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प्रेमिका से हुआ अलगाव तो युवक ने लगाई फांसी, भगवान को लिखा सुसाइड नोट

युवक ने गुरुवार को दोस्तों के सामने ऐलान किया कि शनिवार को जान दे देगा. शनिवार तड़के गांव में बने मंदिर के घंटों से फांसी लगाकर जान दे दी.

Updated on: 22 Jul 2019, 08:48 AM

New Delhi:

उत्तर प्रदेश के आगरा शहर के अछनेरा के रायभा गांव में प्रेमिका से रिश्ता टूटने के बाद एक युवक अवसाद में आ गया. युवक ने गुरुवार को दोस्तों के सामने ऐलान किया कि शनिवार को जान दे देगा. शनिवार तड़के गांव में बने मंदिर के घंटों से फांसी लगाकर जान दे दी. जानकारी के अनुसार सुबह जब महिलाएं पूजा करने मंदिर पहुंचीं, तो मंदिर में फंदे पर लटकते जिसने भी युवक का शव झूलता देखा वह सन्न रह गया. खबर मिलते ही पूरा गांव और पुलिस भी मौके पर पहुंचीं. इस बीच शव के पास चार सुसाइड नोट मिले. ये सुसाइड नोट युवक ने भगवान, अपने भाई और दोस्तों के नाम लिखे हैं. इनमें से एक खत में युवक ने अपने भाइयों से माफी मांगते हुए उसने एक बचन भी मांगा है. युवक ने भाइयों से अपने जाने के बाद मां का ख्याल रखने का वादा मांगा है. साथ ही यह भी लिखा है कि जो गलती उसने की है, उसकी सजा उसे ही मिलनी चाहिए.

घटना रायभा गांव के नगला बघेल स्थित बगीचे का है. बगीचे में मंदिर बना है, शनिवार सुबह रोजाना की तरह महिलाएं और अन्य लोग पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे. मंदिर का गेट खोला, तो मंदिर में लगे घंटों से एक युवक का शव लटका हुआ झूल रहा था. मंदिर में फंदे पर शव लटका देख महिलाओं की चीख निकल गई. मंदिर के घंटों पर झूल रहा शव 22 वर्षीय श्याम सिकरवार पुत्र चंदन सिकरवार का था.

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इसकी जानकारी होने पर युवक के परिवार में कोहराम मच गया. श्याम के परिजन और पूरे गांव के लोग मंदिर पर पहुंच गए. चीख-पुकार मच गई. खबर पाकर अछनेरा पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. पुलिस ने शव को फंदे से उतारा. तलाशी में शव के पास से पुलिस को चार सुसाइड नोट मिले हैं. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. अछनेरा थाना प्रभारी ने बताया कि फिलहाल हर पहलू पर जांच की जा रही है.

रास नहीं आई प्रेमिका की जुदाई
गांव वालों ने बताया कि कुछ साल पहले श्याम जयपुर में तंदूर लगाने का काम करता था. जयपुर में श्याम के एक युवती से प्रेम संबंध हो गए. कुछ महीने पहले वह जयपुर छोड़कर गुड़गांव में रहकर वहां एक फैक्ट्री में नौकरी करने लगा. जयपुर छोड़ने के बाद प्रेमिका ने उससे संबंध तोड़ लिए. इस कारण श्याम परेशान रहने लगा. गुड़गांव में भी उसका मन नहीं लगा. कुछ दिन पहले गुड़गांव की फैक्ट्री से नौकरी छोड़कर गांव आ गया था.

सुसाइड नोट- 1
मां की आंखों में कभी आंसू न आएं
श्याम ने पहला सुसाइड नोट अपने भाइयों के नाम लिखा है. इसमें बार-बार एक ही बात का जिक्र किया है कि मां का पूरा ख्याल रखना. श्याम ने लिखा है कि मेरे इस काम के लिए मुझे माफ कर देना. भाइयों से वादा लिया है कि मां का ख्याल रखोगे. मां की आंखों में कभी आंसू नहीं आने दोगे. अब तक जो गलतियां की हैं, उनके लिए श्याम ने भाइयों से माफी भी मांगी है.

सुसाइड नोट- 2
मेरा फोन बेचकर उधार चुका देना
दूसरे सुसाइड नोट श्याम ने अपने दोस्तों के लिए लिखा था. उसमें लिखा था कि तुम सब को अकेला छोड़कर जा रहा हूं. अब तक जो भी गलतियां की हैं, उनके लिए माफी मांगता हूं. उसने लिखा कि जो गलती उसने की है, उसकी सजा उसे ही मिलनी चाहिए. इसके बाद उसने नोट में कुछ लोगों के नाम लिखे हैं, जिनके पैसे श्याम पर उधार थे. यह भी लिखा है कि मेरा फोन बेच कर उन सब लोगों के पैसे चुका देना.

सुसाइड नोट- 3
चाहता हूं मेरी अंतिम सांस भगवान के दर पर निकले
तीसरा सुसाइड नोट श्याम ने भगवान के लिए लिखा. उसमें लिखा कि मंदिर से पवित्र स्थान कोई नहीं होता. मैं चाहता हूं कि मेरी अंतिम सांस भगवान के दरवाजे पर निकले. इसलिए मंदिर में आत्महत्या कर रहा हूं. नोट में भगवान से निवेदन किया है कि मरने के बाद उसके परिवार और मां को कोई दुख न हो. भगवान उसकी अब तक की सभी गलतियां माफ कर दें.

सुसाइड नोट- 4
किसी को तंग न करना, मेरे अंग दान कर देना
श्याम ने आखिरी और चौथा सुसाइड भी लिखा. उसमें लिखा है कि वह अपने इस आत्मघाती कदम के लिए खुद जिम्मेदार है. मरने के बाद उसके परिवार वालों को परेशान न किया जाए. किसी से कुछ पूछताछ न की जाए. मरने के बाद उसके शरीर के अंगों को दान कर दिया जाए. सभी जान पहचान वालों को श्याम ने आखिरी बार प्रणाम भी लिखा है.