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सपा सरकार में हुई भर्तियों की गड़बड़ी उजागर, सीएम ने 6 कर्मचारियों को सस्पेंड किया

उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान पशुपालन विभाग में हुई भर्तियों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री ने बेहद कड़ा रुख अपनाया है.

Updated on: 02 Jun 2019, 04:42 PM

highlights

  • पशुपालन विभाग में हुई गड़बड़ी की बात सामने आई
  • अपर निदेशक समेत 6 कर्मचारी सस्पेंड

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश में सपा सरकार के कार्यकाल के दौरान पशुपालन विभाग में हुई भर्तियों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की बात सामने आने पर मुख्यमंत्री ने बेहद कड़ा रुख अपनाते हुए पशुपालन विभाग के अपर निदेशक सहित छह अफसरों को रविवार को निलंबित कर दिया है.

प्रमुख सचिव (पशुधन) सुधीर एम. बोबड़े ने रविवार को बताया कि इस मामले में पशु पालन विभाग के निदेशक चरण सिंह यादव के साथ अपर निदेशक अशोक कुमार सिंह, बस्ती के अपर निदेशक जी.सी. द्विवेदी, लखनऊ मंडल के अपर निदेशक डॉक्टर हरिपाल, बरेली मंडल के अपर निदेशक ए.पी. सिंह और अयोध्या के अपर निदेशक अनूप श्रीवास्तव को निलंबित किया गया है.

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बोबड़े ने बताया कि एसआईटी टीम ने प्रशासन को रिपोर्ट भेज दी है, जिस पर कार्रवाई की गई है. ज्ञात हो कि 2012-13 में पशुधन अधिकारियों की भर्ती में हुए घोटाले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर एसआईटी ने भर्ती में घोटाले का पर्दाफाश किया है.

जांच में पाया गया कि भर्ती में मनमाने तरीके से मानकों को दरकिनार किया गया. प्रदेश भर में 1148 पशुधन प्रसार अधिकारियों की हुई भर्ती में अफसरों ने लिखित परीक्षा 100 की जगह 80 अंकों की करवाई और 20 अंकों का साक्षात्कार रख दिया. इसके सहारे मनपसंद अभ्यर्थियों को चुना गया.

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योगी सरकार ने 28 दिसंबर, 2017 को मामले की जांच एसआईटी को सौंपी थी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई की है.