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लोकसभा चुनाव

यूपी में अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं नहीं : संजय सिंह

यूपी की आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं देना चाहती है. चुनाव के समय भाजपा के संकल्प पत्र में किसानों को मुफ्त बिजली, छात्राओं को मुफ्त स्कूटी और महिलाओं को बस में फ्री यात्रा का वादा जुमला साबित हो गया.

Updated on: 28 May 2022, 05:47 PM

लखनऊ:

यूपी की आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं देना चाहती है. चुनाव के समय भाजपा के संकल्प पत्र में किसानों को मुफ्त बिजली, छात्राओं को मुफ्त स्कूटी और महिलाओं को बस में फ्री यात्रा का वादा जुमला साबित हो गया. झूठे और खोखले वादे कर जनता को गुमराह करके उनके वोट हासिल करने की राजनीति कर रही है. बुजुर्गों की भी चिंता यूपी की सरकार को नहीं है. यही कारण है कि उसने बजट में वृद्धा पेंशन में भी कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं की गई है. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने शनिवार को ये बातें कही हैं.

आप के सांसद संजय सिंह ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि यूपी में शिक्षा और स्वास्थ्य के नाम पर 3 प्रतिशत बजट दिया जाता है, जबकि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार शिक्षा के लिए 22 प्रतिशत बजट जारी कर रही है. बजुर्गों का भी दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने ख्याल रखा है और 2500 रुपये वृद्धा पेंशन कर दी है, जबकि यूपी में वृद्धा पेंशन के नाम पर बुजुर्गों को मात्र 1000 रुपये दिए जा रहे हैं. इतनी महंगाई में वो इतनी कम रकम में क्या गुजर-बसर कर पाएंगे.

आप सांसद संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जारी किए गए बजट पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि शिक्षा व्यवस्था की आदित्यनाथ सरकार को कोई चिंता नहीं है. उन्होंने शनिवार को एक ट्विट जारी कर लिखा है कि क्या हम यूपी वालों को अच्छी शिक्षा नहीं चाहिए? क्या हम जाति-धर्म की राजनीति का शिकार होते रहेंगे? ध्यान से देखिये. दिल्ली में अरविंद केजरीवाल ने शिक्षा का बजट 22% रखा तो यूपी में योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा का बजट 3% रखा. क्या आपके बच्चे बदहाल स्कूलों में ही पढ़ेंगे?

संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली के स्कूल और स्वास्थ्य की व्यवस्थाओं की तारीफ दुनिया कर रही है. शिक्षा के क्षेत्र में सरकार स्कूलों को निजी स्कूलों की तरह विकसित किया गया है. दिल्ली के सरकारी स्कूल मॉडल बने हुए हैं. दिल्ली सरकार ने इनकी सूरत बदल दी है, जबकि यूपी सरकार ने मात्र 3 प्रतिशत बजट जारी करके अपनी मंशा जाहिर कर दी है कि वो शिक्षा के क्षेत्र में विकास के लिए कोई कदम नहीं उठाना चाहती है केवल जनता को बड़े-बड़े दावे करके गुमराह करती है. स्वास्थ्य पर दिल्ली सरकार 13 प्रतिशत बजट देती है तो यूपी सरकार उसमें भी कंजूसी कर रही है. स्वास्थ्य सेवाओं पर मात्र 3 प्रतिशत ही बजट जारी कर रही है. 

यूपी में बदहाल शिक्षा व्यवस्था पर संजय सिंह ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में गरीब बच्चों को पढ़ाई के लिए उचित सुविधाएं नहीं दी जा रही हैं जिससे उनके पूरी जिंदगी विकास करने की संभावनाएं बेहद कम हो जाती हैं. पार्टी ने कहा है कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था सर्वश्रेष्ठ है जो बच्चों को उनके संपूर्ण विकास का अवसर उपलब्ध कराती है.

यूपी में बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़ : संजय सिंह

संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गरीब बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है. योगी आदित्यनाथ बड़ी-बड़ी होर्डिंग लगाकर 1,07,000 स्कूलों के कायाकल्प का दावा कर रहे हैं, लेकिन विद्यालय की छतें गिर रही हैं जो सरकार की झूठ की पोल खोल रही हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा बिना देश और समाज के विकास की कल्पना बेमानी है, ऐसे में योगी आदित्यनाथ ने शिक्षा के क्षेत्र में झूठे दावे करके प्रदेश की जनता के साथ छल किया है, जबकि दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार में स्कूल मॉडल बन चुके हैं. देश दुनिया के लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं. इसके बावजूद यूपी की आदित्यनाथ सरकार कोई सीख नहीं लेना चाहती है. उन्होंने कहा कि यूपी में शिक्षा का बजट बढ़ाकर शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करना चाहिए जिससे गरीब बच्चों का भविष्य संवरे और यूपी विकास के पथ पर और तेजी से आगे बढ़े, लेकिन योगी सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है.