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शिवसेना (Shiv Sena) का सीएम, कांग्रेस (Congress) का स्पीकर, NCP को क्‍या मिला, बोले शरद पवार

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Udhav Thackerey) के नेतृत्‍व में सरकार का गठन कराने में चाणक्‍य की भूमिका अदा करने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) रोजाना एक के बाद एक खुलासे कर रहे हैं.

Updated on: 04 Dec 2019, 10:26 AM

नई दिल्‍ली:

महाराष्‍ट्र (Maharashtra) में उद्धव ठाकरे (Udhav Thackerey) के नेतृत्‍व में सरकार का गठन कराने में चाणक्‍य की भूमिका अदा करने वाले एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) रोजाना एक के बाद एक खुलासे कर रहे हैं. पहले उन्‍होंने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात में हुई बातों को उजागर किया. अब वे कह रहे हैं कि महाराष्‍ट्र की सरकार का कोई रिमोट उनके पास नहीं है. सरकार बनने के बाद से अब तक उन्‍होंने उद्धव ठाकरे से बात भी नहीं की है. एक सवाल के जवाब में उन्‍होंने यह भी कहा, शिवसेना (Shiv Sena) को मुख्‍यमंत्री मिला, कांग्रेस (Congress) को विधानसभा अध्‍यक्ष (Speaker) मिला, एनसीपी (NCP) को क्‍या मिला? डिप्‍टी सीएम (Deputy CM) मिलेगा तो लेकिन उसे कोई अधिकार नहीं होता. एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्‍यू में शरद पवार (Sharad Pawar) ने यह बातें कहीं.

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शरद पवार ने खुलासा किया कि सुप्रिया को दिल्ली में मंत्री पद दिए जाने की बात तो पिछले पांच साल से चल रही है. पीएम नरेंद्र मोदी से मीटिंग के दौरान साथ आने के प्रस्‍ताव पर शरद पवार ने कहा, हम लोग एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े हैं. इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी हमारी मंशा समझ गए.

शरद पवार ने कहा, एनसीपी और शिवसेना के बीच कोई झगड़ा नहीं है. हां, कांग्रेस और एनसीपी के बीच जरूर अनबन है. NCP के पास सेना से दो कम और कांग्रेस से 10 विधायक अधिक हैं. शिवसेना को मुख्यमंत्री और कांग्रेस को स्पीकर मिला, एनसीपी को क्‍या मिला. डिप्टी सीएम के पास कोई अधिकार होता ही नहीं है.

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शरद पवार ने यह भी कहा, पहले NCP विपक्ष में बैठने के मूड में थी, लेकिन बीजेपी और शिवसेना में अनबन हुई तो मुझे लगा कि अब शिवसेना वापसी नहीं करेगी. उन्‍होंने कहा, अजित पवार का शपथ लेना मेरे लिए झटका था. सबसे पहले मैंने अपने संसाधनों से सारे विधायक इकट्ठा किए और फिर अजित पवार को भी मनाने में कामयाब रहे.