logo-image

जिस Tiger ने पैदा किए 72 बच्चे अब उसे ही अपनी संतानों से लड़नी पड़ रही लड़ाई, जानें क्यों

इस बाघ ने पन्ना टाइगर रिजर्व को देश में वह पहचान दी जो बाघ पुनर्स्थापना योजना में मील का पत्थर साबित हुआ है.

Updated on: 29 Jul 2019, 01:31 PM

नई दिल्ली:

जिस बाघ ने पन्ना टाइगर रिजर्व में बाघों का संसार बसाया हो, 0 से 52 बाघों का संसार बसाने में विशेष योगदान रहा हो, आज वही बाघ (T3) अपना रहवास बचाने के लिए अपनी ही संतानों से आपसी लड़ाई कर रहा है. दरअसल, यह वह बाघ है जो 7 नवंबर 2010 को पेंच टाइगर रिजर्व से पन्ना लाया गया था. जिसका नामकरण टी-3 के रूप में हुआ. इसी ने पन्ना टाइगर रिजर्व को देश में वह पहचान दी जो बाघ पुनर्स्थापना योजना में मील का पत्थर साबित हुआ है.

यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश कैडर के IPS अफसर विवेक जोहरी बने बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल

टी3 बाघ को इस टाइगर रिजर्व का भीष्म पितामह कहा जाए है तो कोई बड़ी बात नहीं होगी. शुरुआती दिनों में यह पन्ना टाइगर रिजर्व से निकलकर कई बार अपने पुराने रहवास में जा रहा था, लेकिन पूर्व प्रबंधन और फील्ड डायरेक्टर मूर्ति की अथक मेहनत के कारण आखिरकार इसको इस टाइगर रिजर्व में अपना रहवास बनाना ही पड़ा और तीन बाघिनों की मदद से इस बाघ ने 52 संतानों को जन्म दिया. आज जो बाघ इस टाइगर रिजर्व में मौजूद है, वह देश विदेश में इस टाइगर रिजर्व का नाम बढ़ा रहा है.

हालांकि देखा जाए तो इस बाघ ने अन्य बाघिनों की मदद से 72 से अधिक बच्चों को जन्म दिया, लेकिन कुछ टाइगर इस रिजर्व में छोड़ चले गए. लेकिन जो बाघों का संसार इस समय पन्ना टाइगर रिजर्व में मौजूद है. जिसकी संख्या करीब 52 से अधिक है. पन्ना टाइगर रिजर्व के प्रबंधन के अधिकारियों का कहना है कि अब टी-3 बाघ यानी पन्ना टाइगर रिजर्व का भीष्म पितामह अब जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर है और इसे प्रकृति का नियम ही कहें कि जिस बाघ ने अपनी संतानों को लड़ना शिकार करना सिखाया, आज वही संतान उसको इस टाइगर रिजर्व से खदेड़ रही है.

यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश में दूध का काला कारोबार, 100 नमूनों की जांच मुंबई में होगी

आखिर अब इस टाइगर रिजर्व के भीष्म पितामह बूढ़े हो गए हैं. अधिकारी इसे प्रकृति का नियम ही मानते हैं और कहते हैं कि एक साधारण वाक्य उम्र अधिकतम 14 वर्ष होती है और यह बाघ जब आया था उस समय इसकी उम्र 4 वर्ष की थी और अब इसकी उम्र 17 वर्ष हो चुकी है. कुल मिलाकर यह कहें कि अब यह भीष्म पितामह जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर हैं. अब तो उनकी स्थिति यह भी हो गई है कि इसे अब अपने शिकार के लिए ही अपने बच्चों से दो चार होना पड़ता है.

यह वीडियो देखें-