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MP Election 2023: BJP ने दूसरी लिस्ट की जारी, 39 उम्मीदवारों में तीन केंद्रीय मंत्री समेत 7 सांसदों को टिकट

MP Election 2023: भाजपा की दूसरी लिस्ट में 39 में से 6 महिलाओं को टिकट दिया है. वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे करीबी मानी जाने वालीं इमरती देवी को टिकट दिया गया है.

Updated on: 25 Sep 2023, 11:58 PM

नई दिल्ली:

MP Election 2023: मध्य प्रदेश में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस बार पार्टी ने 39 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. भाजपा ने 3 केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते को मैदान में उतारा गया है. भाजपा की दूसरी लिस्ट 39 में से 6 महिलाओं को टिकट दिया है. वहीं, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे करीबी मानी जाने वालीं इमरती देवी को टिकट दिया गया है. वह डबरा विधानसभा सीट से उप चुनाव हारी थीं. कैलाश विजयवर्गीय को इंदौर की 1 नंबर सीट से उम्मीदवार तय कर दिया गया है. यहां पर कांग्रेस से फिलहाल संजय शुक्ला विधायक हैं.

सांसदों में गणेश मंत्री, राकेश सिंह और रीति पाठक को टिकट दिए गए हैं. हाईप्रोफाइल सीट छिंदवाड़ा से कमलनाथ के सामने भाजपा के विवेक बंटी साहू को उतारा गया है. इससे पहले भाजपा की पहली सूची में 37 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया था. भाजपा अब तक मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा में से 76 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है. 

भाजपा ने इन केंद्रीय मंत्री और सांसदों को दिया मौका 

भाजपा ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल, केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सांसद गणेश सिंह, सांसद राकेश सिंह, सांसद  रीति पाठक, सांसद उदय प्रताप सिंह को टिकट दिए.

दो चुनावों से भाजपा पश्चिम सीट से हारी

सांसद और लोकसभा में मुख्य सचेतक राकेश सिंह जबलपुर की पश्चिम विधानसभा से उम्मीदवारी दी गई है. ये कांग्रेस की खास सीट है. यहां पर लगातार दो चुनावों से भाजपा पश्चिम सीट से हारी है. पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोत इस सीट से विधायक रहे हैं. जबलपुर से राकेश सिंह चार बार सांसद रह चुके हैं. वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके वीडी शर्मा हैं. उन्होंने 2019 में कांग्रेस नेता विवेक तनखा को लोकसभा चुनाव में हराया था.

इन नेताओं को उतारने से क्या होगा फायदा? 

तीन केंद्रीय मंत्रियों और चार सांसदों को मैदान में उतारने के पीछे पार्टी की बढ़ी रणनीति है. इसके पीछे कई कारण मौजूद हैं. दरअसल सभी नेता अपने-अपने क्षेत्रों में मजबूत पकड़ रखते हें. नरेंद्र सिंह तोमर ग्वालियर, गुना और मुरैना में प्रभावी माने जाते हैं. गणेश सिंह सतना, राकेश सिंह अपने क्षेत्र जबलपुर, उदय प्रताप सिंह होशंगाबाद, रीति पाठक सीधी क्षेत्र में दबदबा रखती हैं. वे अपनी अपनी विधानसभा के अलावा आसपास की कई विधानसभा सीटों को प्रभावित कर पार्टी की झोली में सीटों की संख्या को बढ़ा सकती हैं.