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कमलनाथ ने टेरर फंडिग के आरोपियों को पूर्व में मिली जमानत पर रिपोर्ट मांगी

मध्यप्रदेश के सतना जिले में भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान से साझा करने और टेरर फंडिंग के आरोप में एक बार फिर पकड़े गए आरोपियों को पूर्व में मिली जमानत को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अब मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है.

Updated on: 26 Aug 2019, 07:37 AM

भोपाल:

मध्यप्रदेश के सतना जिले में भारत की खुफिया जानकारियां पाकिस्तान से साझा करने और टेरर फंडिंग के आरोप में एक बार फिर पकड़े गए आरोपियों को पूर्व में मिली जमानत को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अब मामले की पूरी रिपोर्ट तलब की है. बीते बुधवार को सतना जिले में टेरर फंडिंग और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया था.

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इस मामले में जुड़े आरोपी पहले भी देश विरोधी गतिविधियां करने के चलते पकड़े जा चुके हैं, उनमें से कुछ जमानत पर थे. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हाल ही में सतना टेरर फंडिग मामले में गिरफ्तार हुए आरोपियों को लेकर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं.

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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने रविवार को एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फरवरी, 2017 में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की मदद करने के गंभीर मामले का खुलासा होने के बाद पकड़े गए आरोपियों पर पूर्व की कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट तलब की है.

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इसमें आरोपियों को जमानत मिलने पर पूर्व सरकार की तरफ से जमानत निरस्त करने को लेकर उठाए गए कदमों की जानकारी और रिहा आरोपियों की निगरानी की व्यवस्था से जुड़ी बातें शामिल हैं. सलूजा के अनुसार, इसके साथ ही उस समय पकड़े गए और अब जमानत पर रिहा अन्य आरोपी इस समय में कहां हैं, क्या कर रहे हैं, उन पर निगरानी रखी गई या नहीं, ये सारी जानकरियां मुख्यमंत्री ने तलब की है.

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सलूजा ने मुख्यमंत्री के हवाले से कहा कि इतने संगीन आरोपों में पकड़े गए आरोपियों की जमानत होने के बाद उनका फिर से इन्हीं आरोपों में पकड़े जाना कई गंभीर सवाल खड़े कर रहा है.