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भारी बारिश से मध्य प्रदेश में बाढ़ के हालात, नदियों का जलस्तर बढ़ा, जनजीवन प्रभावित

राज्य के बड़े हिस्से में तीन दिनों से सामान्य से भारी बारिश हो रही है.

Updated on: 10 Aug 2019, 07:24 AM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बीते तीन दिनों से जारी बारिश के चलते नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, वहीं निचली बस्तियों में जल भराव होने से जनजीवन प्रभावित हो रहा है. कई गांवों का अपने जिला मुख्यालयों से सड़क संपर्क टूट गया है. राज्य के बड़े हिस्से में तीन दिनों से सामान्य से भारी बारिश हो रही है. इसके चलते क्षिप्रा, ताप्ती, नर्मदा, बराना, बीना नदी सहित अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. उज्जैन में क्षिप्रा का जलस्तर काफी बढ़ गया है, और जनजीवन प्रभावित हो रहा है. 

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उज्जैन के संभागायुक्त अजीत कुमार एवं कलेक्टर शशांक मिश्र ने शुक्रवार को शिप्रा नदी के राम घाट जाकर जलस्तर का निरीक्षण किया. अधिकारियों ने निर्देश दिए कि जलस्तर बढ़ने पर आवश्यक राहत एवं बचाव कार्य में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाए. बाढ़ आपदा राहत के लिए की गई विभिन्न तैयारियों के संबंध में होमगार्ड के कमांडेंट ने दोनों वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया. उज्जैन में भारी बारिश के चलते शनिवार को शिक्षण संस्थाओं में अवकाश घोषित कर दिया गया है. 

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जबलपुर और आसपास के हिस्सों में जारी बारिश के चलते नर्मदा नदी पर बने बरगी बांध का जलस्तर काफी बढ़ गया है. शुक्रवार को बरगी बांध के 15 गेट खोलकर पानी की निकासी की गई. इसके चलते नर्मदा नदी के किनारे के इलाकों में पानी भरने का खतरा बढ़ गया है. 

इसी तरह मंदसौर में भी भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है. इसके चलते शनिवार को शिक्षण संस्थाओं और आंगनवाड़ी केंद्रों में छुट्टी रहेगी. बारिश के कारण रायसेन का अपने आसपास के जिलों से संपर्क कट गया है, वहीं रायसेन व विदिशा के बीच आवागमन प्रभावित हुआ है. रायसेन के बरेली और उदयपुरा क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजने का अभियान जारी है. 

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