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49 मिनट में पानी की टंकी को बांधा साफा, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का दावा

मध्य प्रदेश के बैतूल में एक शख्स ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए सबसे बड़ा साफा बांधने का दावा किया है. पानी की टंकी को 132 मीटर लंबे कपड़े और 2.61 मीटर चौड़े कपड़े का साफा बांधा गया.

Updated on: 26 Aug 2022, 08:06 PM

बैतूल:

मध्य प्रदेश के बैतूल में एक शख्स ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए सबसे बड़ा साफा बांधने का दावा किया है. पानी की टंकी को 132 मीटर लंबे कपड़े और 2.61 मीटर चौड़े कपड़े का साफा बांधा गया. बैतूल के छत्रपति शिवाजी महाराज ओपन ऑडिटोरियम में शुक्रवार को युवक आदित्य पचौली ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के लिए सबसे बड़ा साफा बांधने का एटेम्पट किया है. पिछले 14 साल से साफा बांधने का कार्य कर रहे आदित्य पचौली ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए 2020 में अप्लाई किया था. उनकी एप्लीकेशन 2021 में एक्सेप्ट की गई और एटेम्पट के लिए 26 अगस्त 2022 का दिन तय किया गया. 

आदित्य ने ओपन ऑडिटोरियम में शुक्रवार की सुबह सबसे पहले सिर पर सबसे फास्ट साफा बांधने का अटेंप्ट किया, जिसका क्राइटेरिया अधिकतम 20 सेकेंड का था. आदित्य ने 4.7 मीटर लंबा कपड़ा (जिसका साढ़े चार मीटर से ज्यादा क्राइटेरिया था) और 0.84 मीटर चौड़ाई के कपड़े का साफा मात्र 17 सेकेंड 4 माइक्रो सेकेंड में बांध दिया.

बड़ा साफा बांधने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के लिए दिए क्राइटेरिया को ध्यान रखते हुए एटेम्पट किया गया. कपड़ा- 345.25 स्क्वेयर मीटर (250 वर्ग मीटर का क्राइटेरिया) 132.28 मीटर लंबाई, 2.61 मीटर चौड़ाई का कपड़े का उपयोग किया गया. आदित्य ने इस बड़े साफा को 750 लीटर के पानी की टंकी पर मात्र 49 मिनट 4 सेकेंड के समय में बांध दिया.

इस बड़े साफे का साइज है

साफे की ऊंचाई - 0.9 मीटर
साफे का व्यास - 1.1 मीटर
साफे के फर की ऊंचाई - 0.35 मीटर
साफे का परिमाप - 3.6 मीटर 

साफा के मेजरमेंट के लिए सर्वेयर के रूप में इंजीनियर प्रखर पगारिया (एमटेक), नीतीश हरोडे, विनोद जयसिंगपुरे (अधिवक्ता) रिकार्ड बनाने के लिए कितना समय लगा, इसके लिए टाइम कीपर के रूप में बलदेव अरोरा, अजय भार्गव, रानू वर्मा मौजूद थे. साफा स्पेशलिस्ट विनोद गावंडे, सागर श्रीवास की उपस्थिति में इस बड़े साफा को बांधा गया.

पूरे एटेम्पट के वीडियो और फोटोग्राफी जिले के प्रसिद्ध फोटोग्राफर रानू हजारे उनके सहयोगी बादल मोटवानी के साथ पवन पवार ने की. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आदित्य पचोली द्वारा किए गए प्रयास की सराहना हो रही है. गिनीज बुक के द्वारा दिए गए क्राइटेरिया पर उनका यह प्रयास खरा उतरा तो बैतूल जिले का नाम रोशन हो जाएगा.