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बाबूलाल मरांडी ने विपक्षियों पर बोला हमला, नीतीश-लालू व मुलायम-शिबू सोरेन पर कसा तंज

महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच झारखंड के पूर्व सीएम व बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर से विपक्षियों पर करारा हमला बोला है. खासकर सपा के पूर्व चीफ स्व. मुलायम सिंह यादव, लालू यादव और जेएमएम के सर्वेसर्वा शिबू सोरेन पर तंज कसा है.

Updated on: 03 Jul 2023, 05:09 PM

highlights

  • बाबूलाल मरांडी ने विपक्षियों पर बोला हमला
  • लालू-नीतीश, मुलायम-शिबू सोरेन पर कसा तंज
  • परिवारवादी पार्टी होने का लगाया आरोप
  • बीजेपी ने सहयोगी दलों का हमेशा दिया साथ-बाबूलाल मरांडी

Ranchi:

महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच झारखंड के पूर्व सीएम व बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर से विपक्षियों पर करारा हमला बोला है. खासकर सपा के पूर्व चीफ स्व. मुलायम सिंह यादव, लालू यादव और जेएमएम के सर्वेसर्वा शिबू सोरेन पर तंज कसा है. लगे हाथ उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी कटाक्ष किया है. बाबूलाल मरांडी ने एक के बाद एक किए ट्वीट में जहां विपक्ष के नेताओं पर हमला बोला तो वहीं, बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर बीजेपी के द्वारा किए गए एहसानों को भी गिनाया है.

परिवारवाद की राजनीति को लेकर कसा तंज

बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया, 'परिवारवादी राजघरानों में सल्तनत संभालने वाला व्यक्ति भले ही निकम्मा हो, अयोग्य हो या भ्रष्ट हो उसे जन्मजात अधिकार प्राप्त होता है कि राजकुमार वही बनेगा. देश की राजनीति में कुछ लोगों में अपवाद स्वरूप सार्थक, सकारात्मक और सही सोच की भावना रही है. उनकी अगली पीढ़ी में देश को आगे ले जाने का जज़्बा रहा है. वे अपनी ज़मीन पर सफल भी हो रहे हैं.लेकिन ऐसे लोग अपवाद स्वरूप हैं, जिनकी संख्या नगण्य है. लेकिन, अधिकतर परिवारवादी दलों ने अपने दल के अनुभवी, संघर्षशील और तपे तपाए नेताओं के राजनीतिक भविष्य को मिट्टी में मिलाकर निकम्मे राजकुमारों को गद्दी सौंप दी. यूपी, बिहार और झारखंड का उदाहरण हमारे सामने है. नतीजतन प्रदेश बर्बाद होने लगे. परिवारवादी दल देश के लिए दीमक की तरह हैं, इनका समय पर उपचार ज़रूरी है.वरना ऐसे लोग देश-राज्य को रसातल में पंहुचा देंगे.'

लालू-मुलायम, शिबू सोरेन पर किया कटाक्ष

एक अन्य ट्वीट में बाबूलाल मरांडी ने लिखा, 'कभी कभी सोचता हूँ कि परिवारवादी दलों ने अपने योग्य, अनुभवी और संघर्षशील नेताओं को आगे किया होता तो तस्वीर कितनी अलग होती. जैसे यूपी में मुलायम सिंह ने, बिहार में लालू यादव ने और झारखंड में शिबू सोरेन ने अपने किसी दूसरे अनुभवी, जुझारू साथी को गद्दी सौंप दी होती या उन्हें आगे बढ़ा दिया होता तो राज्य का कुछ भला हो गया होता.'

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उन्होंने आगे लिखा, 'झारखंड के संदर्भ में मेरा मानना है कि श्री स्टीफन मरांडी जी, दिवंगत साईमन मरांडी, लोबिन हेम्ब्रम जैसे कई अनुभवी आंदोलनकारी ज़मीन से जुड़े नेता थे, जो शिबू जी के साथी रहे लेकिन जब गद्दी सौंपने की बात आई तो उन्हें किनारे लगा अपने अयोग्य, अहंकारी, अल्पज्ञानी एवं सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए नालायक बेटे हेमंत को नेतृत्व थमा दिया.परिणाम सामने है. परिवारवादी दल लोकतंत्र पर कलंक हैं. इन्हें मिटाना ज़रूरी है.अगले चुनाव में जनता अयोग्य परिवारवादियों को निकाल बाहर करेगी.'

बिहार के सीएम नीतीश पर कसा तंज

बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया, 'विपक्षी कभी खेला होबे की बात कहते हैं तो कभी रोटी पलटने की. लेकिन बीजेपी जब अपने अंदाज में जवाब देती है तो बिलबिला उठते हैं. बीजेपी ने जिसके साथ भी मित्रता की, उसे निभाया. नीतीश कुमार  जी को 43 सीटों के बावजूद मुख्यमंत्री बनाया. लेकिन जेडीयू और शिवसेना (उद्धव गुट) जैसे दलों ने भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा. शिवसेना से हिसाब चुकता हो चुका है, अब ? आप कहिए!