logo-image

जम्मू-कश्मीर: श्रीनगर में आतंकियों ने एक बार फिर किया ग्रेनेड हमला, एक की मौत, 10 लोग घायल

आतंकियों ने इस हमले को ऐसे समय में अंजाम दिया है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश करने के फैसले को लागू किया गया है.

Updated on: 04 Nov 2019, 02:45 PM

नई दिल्‍ली:

जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आतंकियों ने सुरक्षाबलों को एक बार फिर निशाना बनाया है. यहां आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर ग्रेनेड फेंक दिया जिसमें एक की मौत हो गई है जबकि 10 लोग घायल बताए जा रहे हैं. बता दें पिछले 15 दिनों में ये दूसरा हमला है. आतंकियों ने इस हमले को ऐसे समय में अंजाम दिया है जब हाल ही में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश करने के फैसले को लागू किया गया है.

इससे पहले आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के सोपोर में ग्रेनेड हमाल किया था जिसमें 19 लोग घायल हो गए थे. सेना के एक सूत्र ने कहा, 'अज्ञात आतंकवादियों ने सोपोर बस स्टैंड के पास इकबाल मार्केट में सोमवार शाम लगभग 4.20 बजे एक ग्रेनेड फेंका. गंभीर रूप से घायल छह लोगों को इलाज के लिए श्रीनगर ले जाया गया. आपको बता दें कि यह हमला सोपोर में होटल प्लाजा के पास शाम को लगभग 4 बजकर 15 मिनट के आस पास हुआ. इस आतंकी हमले के बाद CRPF के जवान मौका ए वारदात पर पहुंचे और पूरे इलाके की घेराबंदी कर सर्च अभियान शुरू किया. इससे पहले श्रीनगर के करननगर में ग्रेनेड हमले में सीआरपीएफ के चार जवान घायल हो गए थे.

यह भी पढ़ें: दिल्ली के प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट सख्त कहा- हम ऊपर से नीचे तक सबकी जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाए जाने के बाद से आतंकवादी गतिविधियां तेज हो गई हैं. आतंकवादी सुरक्षाबल और वहां के आम नागरिकों के साथ-साथ बाहरी लोगों पर भी हमला कर रहा है. घाटी में नई दिल्ली की विकास पहलों को बाधित करने के लिए आमादा पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन अब खासतौर से दक्षिण कश्मीर में बाहरी लोगों की और हत्याएं करने की साजिश रच रहे हैं.

यह भी पढ़ें: सिरफिरे व्यक्ति ने ससुर और बेटे को मारी गोली, थोड़ी दूर जाकर खुद को भी उड़ाया

श्रीनगर में शीर्ष खुफिया सूत्रों ने खुलासा किया है इस्लामाबाद का नया मकसद अब गैर-कश्मीरियों और कश्मीरियों के बीच दूरी पैदा कर अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के उद्देश्य को विफल करना और अंत में केंद्र शासित प्रदेश में भारतीयों के प्रवेश को बंद करना है.घाटी में आईएसआई के इशारे पर गैर-कश्मीरियों की हत्या के उभरे नए पैटर्न से दक्षिण कश्मीर में बसे 20,000 से अधिक प्रवासी मजदूरों और कुशल श्रमिकों के सामने एक गंभीर खतरा पैदा हो गया है.