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Nuh Violence: नूंह हिंसा के मामले में मुख्य आरोपी को किया गिरफ्तार, जानें कौन है बिट्टू बजरंगी

Nuh Violence: नूंह में हिंसा के बाद से बिट्टू बजरंगी को खोजा जा रहा था. अब करीब 15 दिन के बाद उसे पकड़ लिया गया है. हिंसा से जुड़ी एफआईआर में कई तथ्य सामने आए. 

Updated on: 16 Aug 2023, 11:11 AM

highlights

  • एफआईआर में बिट्टू बजरंगी का नाम शामिल किया गया
  • उसके साथियों ने पुलिस से जबरन हथियार छीन लिए
  • पुलिस की गाड़ी के सामने नारेबाजी आरंभ कर दी

नई दिल्ली:

Nuh Violence: हरियाणा के नूंह जिले में बीते 31 जुलाई को हुई हिंसा के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. हिंसा को भड़काने के आरोप में गोरक्षक बिट्टू बजरंगी को पकड़ लिया गया है. पुलिस की स्पेशल टीम ने फरीदाबाद से बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार किया है. नूंह हिंसा में इस बीच बिट्टू बजरंगी के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर में कई सारी बातें निकलकर सामने आई हैं. इससे ये पता चलता है कि हिंसा को भड़काने का काम किया है. 

एफआईआर के अनुसार, 31 जुलाई को जब नूंह में धार्मिक यात्रा निकली जा  रही थी तब आयोजकों को ये साफ निर्देश दिए गए थे कि किसी भी तरह का हथियार यहां पर न लाया जाए. मगर इस दौरान हथियारों को लाया गया. एफआईआर में कहा गया, हमने उस भीड़ को रोकने का प्रयास किया. इस दौरान पुलिस के साथ हाथापाई भी गई.

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इस एफआईआर में बिट्टू बजरंगी का नाम शामिल किया गया. उसके साथियों ने पुलिस से जबरन हथियार छीन लिए और बाद में सभी ने पुलिस की गाड़ी के सामने नारेबाजी आरंभ कर दी. जब बीच-बचाव कराया गया तो बिट्टू बजरंगी और उसके साथी पुलिस की गाड़ी में मौजूद तलवार-त्रिशूल लेकर निकल गए.  एफआईआर में कई धाराओं के बारे में बताया गया है. 

बताया कि नंहू हिंसा के बाद से बिट्टू बजरंगी फरार था. पुलिस उसकी तलाश कर रही थी. उससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है. इसमें वह भड़काऊ भाषा का उपयोग कर रहा था. बजरंगी का कहना था कि उसका जवाब सिर्फ ऐसे लोगों के लिए था, जिन्होंने उसे धमकी दी थी.

नूंह में क्या हुआ

आपको बता दें कि नूंह में 31 जुलाई को हिंसा की भड़की आग का असर आसपास के क्षेत्रों में भी हुआ. नूंह, गुरुग्राम, सोहना और नजदीक के क्षेत्रों में हुई हिंसा में 7 लोगों की मृत्यु हो गई. वहीं दर्जनों लोग घायल भी हुए. प्रशासन ने हिंसा को देखते हुए कई दिन तक पाबंदियां भी लगाईं. इंटरनेट को बंद कर दिया गया. हालांकि कुछ दिनों बाद एक सीमित दायरे में ढील दी गई. इस बीच हिन्दू महापंचायत भी हुई थी. इसमें यह ऐलान हुआ कि 28 अगस्त को एक और धार्मिक यात्रा निकाली जाएगी.