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Farmer Protest: हरियाणा के सात जिलों में मोबाइल सेवाओं को किया बहाल, जनता को दो सप्ताह बाद मिली राहत 

दो सप्ताह पहले निलंबित की गई इंटरनेट सेवाएं रविवार को हरियाणा के सात जिलों में बहाल कर दी गई. अधिकारियों ने 11 फरवरी को बंद की गई सेवाओं को दोबारा से बहाल कर दिया

Updated on: 25 Feb 2024, 01:30 PM

नई दिल्ली:

किसानों के 'दिल्ली चलो' विरोध के कारण हरियाणा के सात जिलो में करीब दो सप्ताह से बंद मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को बहाल कर दिया गया है. किसान बीते कई दिनों से दिल्ली चलो आंदोलन को लेकर अड़े हुए थे. इस कारण इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई. एक अफसर के अनुसार, दो सप्ताह पहले निलंबित की गई इंटरनेट सेवाएं रविवार को हरियाणा के सात जिलों में बहाल कर दी गई. अधिकारियों ने 11 फरवरी को बंद की गई सेवाओं को दोबारा से बहाल कर दिया. आपको बता दें कि 11 फरवरी से अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में इंटरनेट पर रोक लगाई गई थी.

इसे आगे बढ़ाते हुए 13, 15, 17, 19, 20, 21, 23 और 24 फरवरी को अंबाला, कुरूक्षेत्र के क्षेत्रों में लगाया गया था. अब इन सेवाओं को कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा में आज बहाल किया गया. 

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गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए गए थे

मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को गृह विभाग के आदेश के बाद डबवाली सहित अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा के न्याय के न्यायक्षेत्रों में शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए प्रतिबंध लगाए गए थे. हरियाणा के जिले". अधिकारियों ने बताया कि सात जिलों में मोबाइल सेवाओं के निलंबन को बढ़ाने के लिए कोई नया आदेश जारी नहीं किया गया है.

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अंबाला के एक निवासी ने कहा, "कई दिनों के अंतराल के बाद मोबाइल इंटरनेट सेवाओं की बहाली एक बड़ी राहत की तरह है. यहां के निवासियों ने सरकार के निर्णय का स्वागत किया है. 

न्यूनतम समर्थन मूल्य की कानूनी गारंटी की मांग की

आपको बता दें कि 'दिल्ली चलो' किसान विरोध का नेतृत्व संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की ओर से किया जा रहा है. इस तरह से केंद्र पर दबाव बनाने की कोशिश हो रही है. इसमें फसलों को लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी की मांग की है. दूसरा कृषि ऋण माफी. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने शुक्रवार को सूचना दी कि दो सीमा बिंदुओं पर डेरा जमाए प्रदर्शनकारी किसान 29 फरवरी तक यही रहने वाले हैं.