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अब सिग्नेचर ब्रिज की 154 मीटर की ऊंचाई से कर सकेंगे दिल्ली दर्शन, जानें कैसे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंटर पिलर के ग्लाउस हाउस का काम पूरा होने के बाद अगले महीने तक लिफ्ट का काम भी पूरा कर लिया जाएगा

Updated on: 11 Aug 2019, 07:49 AM

नई दिल्ली:

पिछले साल दिल्ली में बनाया गया सिग्नेचर ब्रिज काफी चर्चाओं में रहा. वजह थी यहां लगातार हो रहे हादसे. ऐसे में ये ब्रिज एक बार फिर चर्चा में है. बताया जा रहा है कि यमुना नदी पर बने सिग्नेचर ब्रिज से दिल्लीवाले राजधानी का खूबसूरत नजारा देख सकेंगे. दरअसल सिग्नेचर ब्रिज पर लगे सेंटर पिलर के ऊपरी तल पर शीशे का काम का पूरा कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि ये काम पूरा होने के बाद अगले महीने से इन पिलर को लोगों के लिए खोल दिया जाए गा जिसके बाद लोग 154 मीटर की ऊंचाई से दिल्ली का खूबसूरत नजारा देख सकेंगे.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेंटर पिलर के ग्लाउस हाउस का काम पूरा होने के बाद अगले महीने तक लिफ्ट का काम भी पूरा कर लिया जाएगा. इसके बाद 2-3 दिन तक इसका टेस्ट किया जाएगा और फिर लोगों के लिए ये 15 सिंतबर से खोला जा सकता है. बताया जा रहा है कि ग्लास हाउस तक ले जानी वाली इन लिफ्टों का काम सितंबर तक पूरा करने का निर्देश है. ये लिफ्ट तिरछी चलेंगी.

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कैसे 154 मीटर की ऊंचाई पर जाएंगे लोग?

पहली लिफ्ट जमीन से 82 मीटर की ऊंचाई पर जाएगी. पहली लिफ्ट से उतरकर लोग दूसरी लिफ्ट पर सवार होंगे, जो 50 मीटर की दूरी तय करेगी . दोनों लिफ्ट की मदद से पर्यटलोग 132 मीटर की ऊंचाई तक जा सकेंगे . बची हुई 22 मीटर की ऊंचाई लोगों को पैदल सीढ़ियों से तय करनी होगी. लिफ्ट में एक बार में छह लोग जा सकेंगे. इसके लिए लोगों को टिकट लेनी पड़ेगी उसके बाद ही वो यहां जा सकते हैं.

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बता दें, 575 मीटर लंबा सिग्नेटर ब्रिज 2004 में प्रस्तावित हुआ था और इसे 2007 में दिल्ली कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई थी. यह उत्तरी और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के बीच यात्रा के समय को कम करेगा. कई समय सीमाओं को पार कर बना ये ब्रिज आम लोगों के लिए खोला गया. सरकार ने इसे देश का पहला एसिट्रिकल केबल स्टे ब्रिज होने का दावा किया है. इस पुल के जरिए लोगों को 154 मीटर ऊंचे निगरानी डेक से शहर के विहंगम दृश्य का आनंद उठाने को मिलेगा.यह पुल नदी पार वजीराबाद को जोड़ता है और इससे उत्तर व उत्तरपूर्वी भाग के बीच 45 मिनट के सफर में अब सिर्फ 10 मिनट लगते हैं