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तमिलनाडु हिंसा: अफवाह फैलानेवाले दर्जनों लोगों के खिलाफ बिहार पुलिस ने लिया एक्शन

तमिलनाडु राज्य  में प्रवासी बिहार के निवासियों के साथ कतिपय  हिंसात्मक घटनाओं से सम्बन्धित सोशल मीडिया पर प्रसारित असत्य, भ्रामक एवं उन्माद फैलाने वाले वीडियो एवं पोस्ट पर जाँच के बाद कांड दर्ज किया गया है.

Updated on: 06 Mar 2023, 06:23 PM

highlights

  • तमिलनाडु हिंसा से जुड़े वायरल हो रहे हैं वीडियो
  • कुछ पुराने व फर्जी वीडियो भी हो रहे वायरल
  • बिहार पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ दर्ज किया FIR
  • कई लोगों को पुलिस ने भेजा है नोटिस

Patna:

तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों के साथ हुई हिंसा के मामले में अफवाह फैलानेवाले दर्जनों लोगों के खिलाफ बिहार पुलिस ने FIR दर्ज किया है और कई लोगों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण देने को कहा है. बिहार पुलिस के ट्विटर हैंडल पर साझा की गई सूचना के मुताबिक, तमिलनाडु राज्य  में प्रवासी बिहार के निवासियों के साथ कतिपय  हिंसात्मक घटनाओं से सम्बन्धित सोशल मीडिया पर प्रसारित असत्य, भ्रामक एवं उन्माद फैलाने वाले वीडियो एवं पोस्ट पर जाँच के बाद कांड दर्ज किया गया है. बिहार पुलिस ने कहा है कि आर्थिक अपराध इकाई, बिहार, पटना को तमिलनाडु राज्य में प्रवासी बिहार के निवासियों के सम्बन्ध में कतिपय हिंसात्मक घटनाओं के सम्बन्ध में वीडियो प्रसारित किये जाने पर जाँच के क्रम में पता चला कि जानबूझ कर सुनियोजित तरीके से भ्रामक, अफवाह जनक तथा भड़काने वाले फोटो/वीडियो/टेक्स्ट मैसेज इत्यादि डालकर जनता के बीच भय का माहौल पैदा किया जा रहा है, जिससे विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की सम्भावना है.

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30 वीडियो पोस्ट किए गए चिन्हित, 1 गिरफ्तार

बिहार पुलिस के मुताबिक, 30 वीडियो एवं पोस्ट चिन्हित किये गये हैं तथा आर्थिक अपराध इकाई थाना काण्ड सं0-03/2023 दिनांक-05.03.23 धारा-153/153 (ए)/153 (बी)/505 (1) (बी)/505(1) (सी)/468/471/120 (बी) भा0द0वि0 एवं 67 आइ0टी0 एक्ट अंकित कर उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी के द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है.  प्राथमिकी में अमन कुमार, पे0-मनोज रविदास, पो0-दिग्घी, थाना-लक्ष्मीपुर, जिला-जमुई, राकेश तिवारी @PRAYASNEWS, Twitter user युवराज सिंह राजपूत, Youtube channel @SACHTAKNEWS के संचालक मनीष कश्यप का नाम शामिल है.  इसी क्रम में प्राथमिकी अभियुक्त अमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसके पास से कई आपत्तिजनक पोस्ट एवं मोबाइल में साक्ष्य पाया गया है, जिसकी अग्रतर जाँच की जा रही है.

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पुराने वीडियो किए गए वायरल

बिहार पुलिस के मुताबिक, जाँच एवं अनुसंधान के क्रम में पाया गया कि प्रसारित किया गया एक वीडियो किसी की हत्या कर मारकर लटका दिये जाने का है. सत्यापन तथा जाँच से ज्ञात हुआ कि यह किसी के आत्महत्या की पुरानी घटना है. किसी बिहार के निवासी से सम्बन्धित नहीं है. इसी प्रकार प्रसारित किया गया दूसरा वीडियो भी पुरानी घटना से संबंधित है. यह वीडियो झारखण्ड के एक व्यक्ति तथा बिहार के एक व्यक्ति के बीच व्यक्तिगत विवाद को लेकर है. इस घटना का भी तमिलनाडु के किसी व्यक्ति से कोई सरोकार नहीं पाया गया है.

युवराज सिंह नामक शख्स के खिलाफ FIR दर्ज

बिहार पुलिस द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक, जांच के क्रम में पाया गया कि कांड के दूसरे अभियुक्त युवराज सिंह राजपूत के विरूद्ध भोजपुर जिला के नारायणपुर थाना काण्ड संख्या-307/22 दर्ज है, जिसमें यह वांछित है. छपरा जिलान्तर्गत मुबारकपुर की घटना में भी इसके द्वारा आपत्तिजनक पोस्ट किये जाने के साक्ष्य मिले हैं. इसके विरुद्ध अग्रतर कार्रवाई की जा रही है. इस प्रकार ऐसा प्रतीत होता है कि उक्त असत्य, भ्रामक तथा उन्माद फैलाने वाले वीडियो एवं पोस्ट के पीछे आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी शामिल हैं.

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9, ट्विटर पर 15, यूट्यूब पर 15 तथा जीमेल पर 3 भ्रामक पोस्ट के लिए भेजा नोटिस

बिहार पुलिस द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक, आर्थिक अपराध इकाई द्वारा फेसबुक पर 9, ट्विटर पर 15, यूट्यूब पर 15 तथा जीमेल पर 3 भ्रामक पोस्ट किये जाने के सम्बन्ध में प्रिजर्वेशन नोटिस जारी की गई ताकि सम्बन्धित लिंक और विवादित रिपोर्ट का पूरा साक्ष्य प्रिजर्व किया जा सके एवं विधिवत कार्रवाई की जा सके.  

बिहार पुलिस की अपील

बिहार पुलिस ने जन सामान्य से एक अपील भी की है. बिहार पुलिस ने अपील की है कि किसी भी भ्रामक, असत्य एवं झूठे वीडियो पर विश्वास नहीं करें तथा इनको फारवर्ड या शेयर भी नहीं किया जाये. ऐसे वीडियो बनाने या उनका प्रचार-प्रसार करने से लोगों की भावनाएँ भड़क सकती हैं तथा आपसी वैमनस्य एवं उन्माद उत्पन्न हो सकता है, जो कि कानूनन अपराध  है.