logo-image

सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना, कहा-'स्वास्थ्य विभाग भगवान भरोसे, उनके पास फुर्सत नहीं'

सुशील कुमार मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य, नगर विकास, पथ निर्माण सहित पांच से अधिक बड़े विभागों के मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सभी विभागों में विफल साबित हो रहे हैं. इसका परिणाम जनता झेल रही है.

Updated on: 01 Oct 2023, 07:30 PM

highlights

  • सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव पर बोला हमला
  • स्वास्थ्य महकमें की बदहाली का लगाया आरोप

Patna:

बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सह बीजेपी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने एक बार फिर से बिहार के डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सहित सभी विभागों में तेजस्वी यादव विफल रहे हैं लेकिन उन्हें फुर्सत नहीं है. सुशील मोदी ने कहा कि सफाईकर्मियों से वार्ता कर हड़ताल तेजस्वी यादव खत्म करायें. सुशील मोदी ने कहा कि डेंगू संक्रमितों की संख्या दो हजार पार, अस्पताल बेहाल हैं . मंत्री मुकदमे के चक्कर में बीस दिन रहते दिल्ली में हैं बिहार का स्वास्थ्य विभाग भगवान भरोसे है.

जनता को हो रही तकलीफ

पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य, नगर विकास, पथ निर्माण सहित पांच से अधिक बड़े विभागों के मंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव सभी विभागों में विफल साबित हो रहे हैं. इसका परिणाम जनता झेल रही है.

ये भी पढ़ें-Muzaffarpur News: सदर अस्पताल की महिला डॉक्टर से छेड़छाड़, सीनियर डॉक्टर पर आरोप

पटना में गंदगी का अंबार

उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में डेंगू फैला है. पीड़ितों की संख्या दो हजार पार पहुँच गई जबकि केवल 295 संक्रमितों का उपचार एम्स और मेडिकल कालेजों में हो रहा है. आम अस्पताल बदहाल हैं. बारिश और गंदगी के कारण डेंगू पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ी है. सुशील मोदी ने कहा कि पटना में सफाईकर्मियों की हड़ताल 10 दिन से जारी रहने के कारण राजधानी गंदगी से बजबजा रही है. करोड़ों का व्यापार प्रभावित हो रहा है.

तेजस्वी यादव के पास फुर्सत नहीं

सुशील मोदी ने कहा इन सबकी परवाह डिप्टी सीएम को नहीं है. मुकदमे और राजनीतिक सक्रियता के चक्कर में जब वे महीने में 20 दिन दिल्ली रहते हैं, तब विभाग भगवान भरोसे ही चल रहे हैं. सुशील मोदी ने कहा कि नगर विकास मंत्री के नाते तेजस्वी यादव को सफाईकर्मियों की हड़ताल जल्द खत्म कराने की पहल करनी चाहिए. उन्हें स्वास्थ्य और नगर विकास विभाग के काम की समीक्षा करने तक की फुर्सत नहीं है.