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सरकारी नौकरी की आड़ में विदेशी शराब का अवैध धंधा, पुलिस ने किया पर्दाफाश

बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी लागू है और राज्य में शराब पीना व अपने पास रखना दोनों ही अपराध की श्रेणी में आते हैं. बावजूद इसके शराब की तस्करी रुक नहीं रही है.

Updated on: 26 Nov 2019, 10:53 AM

चंपारण:

बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी लागू है और राज्य में शराब पीना व अपने पास रखना दोनों ही अपराध की श्रेणी में आते हैं. बावजूद इसके शराब की तस्करी रुक नहीं रही है. शराब तस्कर इसके लिए नए-नए तरीके आजमा रहे हैं. ऐसा ही कुछ मामला पश्चिमी चंपारण से सामने आया है, जहां पुलिस ने विदेशी शराब के अवैध धंधे का पर्दाफाश किया है. सरकारी नौकरी की आड़ में यह अवैध धंधा चल रहा था. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.

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जानकारी के अनुसार, जिले के बेतिया नगर थाना क्षेत्र में लालबाजार नुनिया टोली मोहल्ला में एक आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों की शिक्षा की जगह शराब का धंधा सिखाया जा रहा था. गुप्त सुचना के आधार पर बेतिया नगर थानाध्यक्ष शशिभूषण ठाकुर और बेतिया अंचलाधिकारी के नेतृत्व में छापेमारी गई. इस दौरान मौके से विदेशी शराब की दर्जनों बोतलें जब्त की गई हैं. साथ ही आंगनबाड़ी संचालिका की सेविका को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस ने बीडीओ के नेतृत्व में आंगनबाड़ी केंद्र को सील कर दिया है.

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पिछले महीनों भभुआ में एक दारोगा (सब इंस्पेक्टर) भी शराब के साथ पड़ा गया था. कैमूर पुलिस ने कुदरा थाना के दारोगा (सब इंस्पेक्टर) ओमप्रकाश सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से 4 बोतल शराब बरामद की गई थी. सबसे अहम बात यह है कि मारपीट के एक आरोपी ने पुलिस को सूचना देकर दारोगा को गिरफ्तार करवाया था.

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