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खुली निगम प्रशासन की पोल, पानी में डूबने से 5 महीने के बच्चे की मौत, जिम्मेदार कौन?

गोद में मासूम का शव, आंखों से आंसू और जहन में कई सवाल. सवाल ये कि आखिर जिगर के टुकड़े की मौत की वजह कौन है?

Updated on: 09 Aug 2023, 04:18 PM

highlights

  • पानी में डूबने से 5 महीने के बच्चे की मौत
  • मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन?
  • निगम ने क्यों नहीं की जल निकासी की व्यवस्था?

Purnia:

गोद में मासूम का शव, आंखों से आंसू और जहन में कई सवाल. सवाल ये कि आखिर जिगर के टुकड़े की मौत की वजह कौन है? वो गरीबी जिसने ऐसी बदहाली में रहने को मजबूर किया, वो शासन जिसने बेहतर जिंदगी देने का वादा किया या वो प्रशासन जिसने हर समस्या के समाधान का दावा किया. वहीं, ना तो कोई वादा काम आया और ना ही कोई दावा. भारी बारिश ने लाडले को मौत की नींद सुला दी. पूर्णिया में भारी बारिश ने एक 5 महीने के मासूम की जान ले ली. हालांकि इस मौत के पीछे सिर्फ बारिश नहीं है, शासन प्रशासन की लापरवाही भी है. जिसके चलते रिहायशी कॉलोनियां दरिया का रूप ले चुकी है. इसी जलजमाव के चलते एक मासूम की दर्दनाक मौत हो गई. 

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पानी में डूबने से 5 महीने के बच्चे की मौत

दरअसल, पूर्णिया के के.हाट थाना क्षेत्र में बारिश की वजह से जलजमाव हो गया है. जलजमाव की वजह से कई घरों में बारिश का पानी घुस आया. बताया जा रहा है कि बच्चे की मां बच्चे को लेकर सो रही थी. बच्चे को दूध पिलाने के बाद मां की भी आंख लग गई. नींद में ही महिला ने करवटी ली और इस दौरान बच्चा घर में घुसे पानी में जा गिरा. जब मां की नींद खुली तो उसने बच्चे को पानी में डूबा हुआ देखा. परिजन ने आनन-फानन में बच्चे को अस्पताल लेकर पहुंचे, लेकिन इससे पहले ही मासूम ने दम तोड़ दिया.

मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन?

घटना के बाद से ही पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. दरअसल, शहर का ये इलाका हर साल भारी बारिश से जलजमाव की समस्या झेलता रहा है. निगम प्रशासन के लाख दावों के बावजूद शहर के बीचोंबीच बसे हाउसिंग कॉलोनी और अन्य प्रभावित इलाकों में हर साल ये समस्या बनी रहती है, लेकिन आज तक दावों के अलावा जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने कुछ नहीं किया. आलम यह है कि अब जलजमाव वाले इलाकों में लोग जैसे तैसे गुजारा कर रहे हैं. लोगों को दो वक्त की रोटी तक नहीं मिल पा रही है.

बारिश को लेकर क्या थी प्रशासन की तैयारी?

मासूम की मौत ने एक बार फिर निगम प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. सवाल ये कि मासूम की मौत का जिम्मेदार कौन? निगम ने क्यों नहीं की पानी निकासी की व्यवस्था? बारिश को लेकर क्या थी प्रशासन की तैयारी? गुनाहगारों पर कब होगी कार्रवाई? पूर्णिया में बारिश के बाद बने हालातों ने ये साबित कर दिया है कि निगम प्रशासन सिर्फ बड़े-बड़े दावे करती है. जमीनी स्तर पर बारिश से निपटने के लिए कोई काम नहीं किया गया और निगम प्रशासन की इसी लापरवाही का दंश आम जनता झेलने को मजबूर है.