फ्रेंच ओपन: राफेल नडाल के खिताबी मुकाबले से पहले जानिए, क्ले, ग्रास और हार्ड कोर्ट का अंतर
एक साल में चार ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट खेले जाते हैं। फ्रेंच ओपन क्ले जबकि विंबलडन घास वाले कोर्ट पर खेला जाता है। इसे ही ग्रास कोर्ट कहते हैं। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ओपन और अमेरिकी ओपन में हार्ड कोर्ट का इस्तेमाल होता है।
highlights
- माइकल चैंग और राफेल नडाल माने जाते रहे हैं क्ले कोर्ट के बादशाह
- पीट सैंप्रास ने कभी नहीं जीता फ्रेंच ओपन
- विंबलडन को घास वाले कोर्ट पर जबकि अमेरिकी और ऑस्ट्रेलियन ओपन को हार्ड कोर्ट पर खेला जाता है
नई दिल्ली:
राफेल नडाल तीन साल बाद फ्रेंच ओपन-2017 के फाइनल में पहुंचे हैं। अब तक 14 ग्रैंडस्लैम खिताब जीत चुके नडाल को क्ले कोर्ट का बादशाह भी कहा जाता है। ऐसा इसलिए कि उन्होंने अपने 14 में से 9 बार फ्रेंच ओपन जीता है। फ्रेंच ओपन क्ले यानी मिट्टी पर खेला जाता है।
क्या है क्ले, ग्रास और हार्ड कोर्ट का अंतर
टेनिस में इन अलग-अलग तरह के कोर्ट का अपना महत्व है। जिस प्रकार नडाल 9 बार फ्रेंच ओपन का खिताब जीत चुके हैं ठीक ऐसे ही 14 बार ग्रैंड स्लैम जीतने वाले अमेरिका के पीट सैम्प्रास कभी भी फ्रेंच ओपन में अपना जलवा नहीं दिखा सके।
आखिरी ये अंतर क्यों है और कोर्ट बदलने से खेल कैसे बदलता है, आईए जानते हैं
एक साल में चार ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट खेले जाते हैं और इनमें से फ्रेंच ओपन क्ले पर जबकि विंबलडन घास वाले कोर्ट (ग्रास कोर्ट) पर खेला जाता है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ओपन और अमेरिकी ओपन में हार्ड कोर्ट यानी कंक्रीट से बने कोर्ट का इस्तेमाल होता है।
ग्रास कोर्ट
इस कोर्ट को विंबलडन ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट से जोड़ कर देखा जाता है। सबसे पुराने टेनिस टूर्नामेंट में से एक यह टूर्नामेंट घास के ही कोर्ट पर खेला जाता है।
ग्रास कोर्ट पर गेंद ज्यादा तेज पड़ती है। साथ ही इस पर टप्पा खाने के बाद गेंद की उछाल भी थोड़ी कम रहती है। कई बार इस उछाल का अनुमान भी लगाना मुश्किल होता है और यही बात ग्रास कोर्ट के खेल को ज्यादा रोचक बनाती है। ऐसे कोर्ट पर अच्छी सर्विस वाले खिलाड़ी ज्यादा मजबूत रहते हैं।
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हार्ड कोर्ट
हार्ड कोर्ट लगभग पूरी दुनिया में टेनिस के लिए इस्तेमाल होता है। इनकी देखभाल ज्यादा आसान है। ऐसे कोर्ट पर गेंद ग्रास कोर्ट से धीरे लेकिन क्ले कोर्ट से ज्यादा तेज रहता है। कठोर सतह होने से यहां उछाल भी अत्यधिक तेज रहती है।
सतह एक समान होता है इसलिए उछाल का अनुमान लगाना बेहद आसान होता है। इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) भी इस कोर्ट को ज्यादा तरजीह देता है।
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क्ले कोर्ट
क्ले कोर्ट की दुनिया में पहचान फ्रेंच ओपन से होती है। इस कोर्ट पर गेंद की स्पीड स्लो होती है। कोर्ट पर गेंद की फिसलन कम हो जाती है और इससे गेंद की उछाल तेज होती है।
यहां खेलने वाले खिलाड़ी को गेंद पर ज्यादा ताकत लगाकर मारना होता है। स्टेफी ग्राफ, राफेल नडाल जैसे खिलाड़ी क्ले कोर्ट पर सबसे सफल खिलाड़ी के तौर पर जाने जाते रहे हैं।
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