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'अगर मेरी गौतम गंभीर से लड़ाई नहीं होती तो मेरा बैंक बैलेंस मजबूत...', KKR के पूर्व खिलाड़ी का हैरान करने वाला बयान

Manoj Tiwari On Gautam Gambhir: पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी का कहना है कि आईपीएल 2013 के दौरान वह अपने कप्तान यानी इस वक्त KKR के कैप्टन गौतम गंभीर से ही झगड़ लिए थे. जिसके बाद उन्हें इसकी कीमत भी चुकानी पड़ी थी.

Updated on: 21 Feb 2024, 04:54 PM

नई दिल्ली:

Manoj Tiwari Vs Gautam Gambhir: टीम इंडिया और बंगाल के बल्लेबाज मनोज तिवारी ने हाल ही में क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान किया था. इसके बाद वह कई विवादित बयान दे चुके हैं.  अब उन्होंने एक और बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने एक मीडिया चैनल से बातचीत के दौरान कहा है कि IPL 2013 के दौरान वह ड्रेसिंग रूम में केकेआर के कप्तान गौतम गंभीर से भिड़ गए थे. उन्होंने यह भी बताया कि इस झगड़े के कारण ही उन्हें कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) से बाहर होना पड़ा.

मनोज तिवारी आईपीएल के पहला सीजन साल 2008 से ही इस टूर्नामेंट में खेल थे. आईपीएल के पहले और दूसरे सीजन वह दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से खेले. इसके बाद 2010 में वह कोलकाता नाइट राइडर्स के टीम का हिस्सा बने. साल 2012 में उन्होंने ही फाइनल में विनिंग रन बनाकर KKR को चैंपियन बनाया था. लेकिन 2013 में उनका अपने ही कप्तान यानी Gautam Gambhir से ऐसा झगड़ा हुआ कि उन्हें केकेआर से बाहर होना पड़ा.

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'नहीं लड़ता तो शायद KKR की ओर से और खेल पाता'

मनोज तिवारी ने बताया, 'मैं जब KKR का हिस्सा थे तब ड्रेसिंग रूम में गौतम गंभीर से मेरी जमकर लड़ाई हो गई थी. हालांकि यह बात कभी भी सामने नहीं आई. 2012 में KKR चैंपियन बनी और मुझे एक और साल इस टीम के लिए खेलने का मौका मिला. अगर मैं 2013 में गंभीर से नहीं लड़ा होता तो शायद मैं कोलकाता के लिए 2-3 साल और खेलता. अगर ऐसा होता तो अनुबंध के अनुसार मुझे जो राशि मिलनी थी वह बढ़ गयी होती, मेरा बैंक बैलेंस बढ़ जाता, लेकिन मैंने इसके बारे में कभी नहीं सोचा.'

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'प्लेइंग-11 में मौका नहीं मिला तो..'

मनोज तिवारी ने यह भी बताया कि जब वह दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा थे और उन्हें प्लेइंग-11 में मौका नहीं मिल रहा था तो उन्हें दिल्ली फ्रेंचाइजी के प्रबंधन से उन्हें रिलीज करने के लिए कह दिया था. तिवारी ने बताया, 'जब मै दिल्ली में था तो गैरी कस्टर्न कोच थे. हमारी प्लेइंग-11 लगातार फ्लॉप हो रही थी. काबिल खिलाड़ियों को मैच में मौका नहीं मिल रहा था. ऐसे में मैं सीधे मैनजमेंट के पास चला गया था और कह दिया था कि अगर मुझे प्लेइंग-11 में नहीं ले सकते तो मुझे रिलीज कर दीजिए. मुझे नहीं पता था वह मेरी कही बात को सही से समझ नहीं पाएंगे.'