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India को Under 19 वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले कप्तान उन्मुक्त चंद का संन्यास

उन्मुक्त चंद ने इंडिया अंडर-23 टीम का भी प्रतिनिधित्व किया था और उनकी पहचान एक बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज के तौर पर की जाती थी.

Updated on: 14 Aug 2021, 09:22 AM

highlights

  • उन्मुक्त ने अमेरिकी मेजर लीग से किया अनुबंध
  • अब यूएस में तैयार करेंगे क्रिकेटरों की नई पौध
  • घरेलू क्रिकेट में किया है शानदार प्रदर्शन

नई दिल्ली:

2012 अंडर-19 वर्ल्ड कप विनर टीम के कप्तान उन्मुक्त चंद ने भारतीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. अब वो भारत में नहीं, बल्कि अपनी बल्लेबाजी का जौहर अमेरिका में माइनर लीग क्रिकेट में दिखाते हुए नजर आएंगे. यूएस की माइनर लीग क्रिकेट घरेलू स्तर पर टी-20 का ही संस्करण है. उन्मुक्त चंद ने इंडिया अंडर-23 टीम का भी प्रतिनिधित्व किया था और उनकी पहचान एक बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज के तौर पर की जाती थी, लेकिन उनके ज्यादा अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें कभी भारतीय टीम में खेलने का मौका नहीं मिल पाया था. उन्होंने इंडिया ए का भी प्रतिनिधित्व कई मैचों में किया था. उन्मुक्त घरेलू क्रिकेट में दिल्ली और उत्तराखंड टीमों के लिए भी खेल चुके हैं.

ट्वीट पर की संन्यास की घोषणा
उन्मुक्त चंद ने ट्वीट कर अपने संन्यास की घोषणा की है. हालांकि उन्होंने फिलहाल यह नहीं लिखा है कि वे अमेरिका की तरफ से खेलेंगे. उन्मुक्त ने टिवटर पर लिखा, 'क्रिकेट एक यूनिवर्सल खेल है और हो सकता है कि मतलब बदल जाएं, लेकिन मकसद हमेशा एक ही रहता है और वह है- टॉप लेवल पर खेलना. साथ ही मेरे सभी समर्थकों और चाहने वालों का शुक्रिया, जिन्होंने हमेशा मुझे दिल में जगह दी. आप जैसे हैं उससे लोग प्यार करें इससे बेहतर कोई भावना नहीं होती. मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मेरे पास ऐसे लोग हैं. सबका शुक्रिया. अगले अध्याय की तरफ बढ़ते हैं.' इसके साथ ही उन्मुक्त चंद ने अपने ट्विटर पर एक खास पत्र शेयर किया है, जिसमें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को भारत की तरफ से खेलने देने का मौका देने के लिए शुक्रिया कहा है. इसके अलावा दिल्ली क्रिकेट बोर्ड जहां से उन्होंने करियर की शुरुआत की थी उसका भी धन्यवाद कहा.

18 साल की उम्र में खेला आईपीएल
उन्होंने आईपीएल में अपना डेब्यू महज 18 साल 15 दिन की उम्र में ही किया था और उन्होंने कई टीमों जैसे दिल्ली डेयरडेविल्स (कैपिटल्स), मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स का प्रतिनिधित्व किया था. दाएं हाथ के इस ओपनर बल्लेबाज ने अपने क्रिकेट करियर में 67 फर्ल्ट क्लास मैचों में 8 शतक के साथ 3379 रन बनाए थे, जबकि 120 लिस्ट ए मैचों में 7 शतकों की मदद से 4505 रन बनाए थे. उन्होंने 77 टी-20 मुकाबलों में 1565 रन बनाए थे और तीन शतक भी लगाए थे. टी-20 मैचों में उनका बेस्ट स्कोर 125 रन, जबकि फर्स्ट क्लास मैचों में 151 और लिस्ट ए मैचों में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 127 रन था.

अब अमेरिका को सिखाएंगे क्रिकेट के गुर
प्राप्त जानकारी के मुताबिक उन्मुक्त चंद ने अमेरिका के सेन फ्रांसिस्को के बे-एरिया को अपना निवास बनाने का फैसला किया है. हालांकि औपचारिक तौर उन्मुक्त ने इस बाबत कोई खुलासा नहीं किया है, लेकिन वह एक साल के लिए मेजर लीग क्रिकेट से अनुबंध कर चुके हैं. इसके तहत वह अमेरिका में क्रिकेट को बढ़ावा तो देंगी ही, साथ ही अगली पीढ़ी के अमेरिकी क्रिकेटर को प्रशिक्षण देंगे. 2012 में विश्व कप जीत के लिए जूनियर टीम का नेतृत्व करने वाले उन्मुक्त फाइनल में 226 के लक्ष्य का पीछा करते हुए नाबाद 111 रनों की मैच विनिंग पारी खेली थी. इस धमाकेदार पारी के बाद उन्हें भारत-ए टीम में मौका मिला गया था. घरेलू क्रिकेट धांसू प्रदर्शन और भारत-ए के लिए कई अच्छी पारियों के दम पर वह आईसीसी चैंपियंस ट्रोफी-2013 के लिए संभावित 30 सदस्यीय टीम में जगह बनाते हुए देखे गए. उन्होंने 2014 टी-20 विश्व कप के लिए 30 सदस्यीय टीम में भी जगह बनाई, लेकिन भारत कॉल-अप अर्जित नहीं कर सके.