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कोरोना की भविष्‍यवाणी तो बहुत पहले ही हो गई थी, जानिए कितने लोगों की मौत की कही थी बात

कोरोना वायरस आज की तारीख में पूरी दुनिया में हिलाए हुए है. पूरा दुनिया में तबाही और कोहराम मचा हुआ है. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि एक वैज्ञानिक ने 14 साल पहले ही इस वायरस के आने की भविष्‍यवाणी कर दी थी.

Updated on: 23 Mar 2020, 02:24 PM

New Delhi:

कोरोना वायरस आज की तारीख में पूरी दुनिया में हिलाए हुए है. पूरा दुनिया में तबाही और कोहराम मचा हुआ है. लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि एक वैज्ञानिक ने 14 साल पहले ही इस वायरस के आने की भविष्‍यवाणी कर दी थी. वैज्ञानिक ने बता दिया था कि एक ऐसी बीमारी आने वाली है जो पूरी दुनिया में तबाही मचाएगी. ये वही वैज्ञानिक हैं, जिन्‍होंने स्‍मॉलपॉक्‍स की दवाई खोज निकाली थी. जी हां, हम बात कर रहे हैं लैरी ब्रिलिएंट की.

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लैरी ब्रिलिएंट ने अब से करीब 14 साल पहले एक बातचीत में बताया था कि आने वाले दिनों में एक ऐसी महामारी फैलेगी, जो एक अरब लोगों को अपनी चपेट में लेगी. इतना ही नहीं, इसमें से 16 करोड़ से ज्‍यादा की आबादी तो इससे खत्‍म हो जाएगी. हालांकि यह बहुत ज्‍यादा पहले की बात नहीं है, लेकिन उस वक्‍त उनकी भविष्‍यवाणी को किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया था, लेकिन आज कहीं न कहीं वह सही साबित होती हुई दिख रही है. आज की बात करें तो लैरी ब्रिलिएंट Ending Pandemics के चेयरमैन हैं इस वक्‍त वे WHO संग संक्रामक बीमारियों पर काम कर रहे हैं. हाल ही में Wired ने फोन पर लैरी ब्रिलिएंट का एक इंटरव्‍यू लिया था, जो प्रकाशित किया गया है. इस इंटरव्‍यू में लैरी ने क्‍या कहा है, आज आपको यह बातें गौर से सुननी और पढ़नी चाहिए. 

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लैरी ब्रिलिएंट ने Wired के एक सवाल के जवाब में कहा कि वैज्ञानिक तबका इस बारे में पहले से सचेत करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन बीमारी कब आएगी और कैसे आएगी, इसके बारे में पता नहीं था, लेकिन ऐसा कुछ होने वाला है, यह तो पक्‍के तौर पर पता था. लेकिन हम इस महामारी के लिए तैयार नहीं थे. इस बीमारी से बचने के लिए अलग थलग रहना, स्‍कूल- कॉलेज या किसी समारोह में न जाना, समारोह टाल देना ये बिल्‍कुल ठीक है. लेकिन क्‍या हम इससे पूरी तरह से बच जाएंगे, नहीं लेकिन बीमारी से बचने के लिए ये एक अच्‍छा तरीका हो सकता है. उन्‍होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम जो कुछ भी कोशिश कर रहे हैं, उससे हम बीमारी की रोक तो नहीं सकेंगे, लेकिन उसकी गति को जरूर कम कर सकेंगे.

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लैरी ब्रिलिएंट ने कहा कि कोविड-19 के लिए एंटीवायरल मिलेगा, ऐसा वैक्‍सीन तैयार हो सकेगा. उन्‍होंने कहा कि दक्षिण कोरिया से अच्‍छी खबर है कि उनके पा आज तक 100 से भी कम मामले सामने आए हैं. उन्‍होंने कहा कि हम चीन का मॉडल तो फॉलो तो नहीं कर सकते, यानी हम अपने घरों में कैद नहीं कर सकते. हालांकि कोरिया के तरीके को अपनाया जा सकता है.  उन्‍होंने इंटरव्‍यू के दौरान साफ तौर पर कहा कि हमें प्रॉबेबलिटी टेस्‍ट करना होगा. यानी हमें पता नहीं है कि यह कहां कहां फैल चुका है, इसलिए जितनी ज्‍यादा जांचें होंगी, सारी चीजें सामने आ जाएंगी. उन्‍होंने कहा कि कुछ ऐसे भी देश हैं, जहां एक भी मामला सामने नहीं आया है, क्‍योंकि वहां जांच की भी सुविधा उपलब्‍ध नहीं है.