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तुर्की भूकंप में मलबे में दबे छात्र के लिए मसीहा बना वाट्सअप, बचाई जान

तुर्की में आई भूकंप ने अब तक 33 हजार से अधिक लोगों की जान जा चूकी है. वहीं मलबे में दबे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. जिससे कई लोगों की जान बचायी जा रही है. वहीं इस मामले पर एक अच्छी खबर सामने आयी है. हम सब वाट्सअप का इस्तेमाल ज्यादातर बातचीत और

Updated on: 13 Feb 2023, 05:46 PM

highlights

  • तुर्की में छात्र ने किया सोशल मीडिया का इस्तेमाल
  • वाट्सअप के जरिए बचाई अपनी जान
  • अब तक 33 हजार से अधिक लोगों की जान गई

नई दिल्ली:

तुर्की में आई भूकंप ने अब तक 33 हजार से अधिक लोगों की जान जा चूकी है. वहीं मलबे में दबे लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है. जिससे कई लोगों की जान बचायी जा रही है. वहीं इस मामले पर एक अच्छी खबर सामने आयी है. हम सब वाट्सअप का इस्तेमाल ज्यादातर बातचीत और फोटो शेयर करने के लिए करते है. लेकिन तुर्की में एक छात्र ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपनी जान बचाने के लिए किया है. मामला तुर्की के पूर्वी शहर का है, जहां ऐसा देखने को मिला. लोगों को खुशी हो रही है यह जानने के बाद.

तुर्की के पूर्वी शहर में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें छात्र बोरान कूबत ने वाट्सअप का इस्तेमाल अपनी जान बचाने के लिए किया. दरअसल, बोरान कूबत शहर में आये भूकंप के दौरान मलबे के नीचे दब गया था. जिसके बाद उसने अपनी जान बचाने के लिए वीडियो बना कर वाट्सअप स्टेटस पर लगया. इस वीडियो में उसने अपना लोकेशन भी शेयर किया था.  जो बाद में तेजी से वायरल हो गया.  हलांकि वो पहले भूकंप के झटके से बचने में कामयाब रहा लेकिन दूसरे झटके में वो और उसकी मां बिल्डिंग के मलबे में दब गये. जिसके बाद उसने वीडियो बनाकर स्टेटस पर लगाया और अपने कांटेक्ट के साथ शेयर भी किया. 

इस वीडियो के सामने आने के बाद रेस्क्यू करने वाले एजेंसी को मदद मिली. रेस्क्यू करने वाली एजेंसी अनादोलू एजेंसी ने बताया कि रेस्क्यू करने के दौरान उन्होंने वीडियो को देखा जिसमें दो लोग दबे है. इस वीडियों में उसके द्वारा जारी लास्ट लोकेशन के मुताबिक उस तक पहुंच गये और दोनों को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया. बाद में बोरान कूबत ने बताया कि उसके परिवार के कई सदस्य इस मलबे में दबे हुए है जिसका रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. 

तुर्की और सीरिया के बॉर्डर पर आये भूकंप की वजह से अब तक 33 हजार से अधिक लोगों की जान जा चूकी है. वहीं इस दुख की घड़ी में भारत मदद के लिए सामने आया है और दोनों देश की मदद के लिए ऑपरेशन दोस्त चलाया है. भारत ने अपनी मेडिकल टीम और रेस्क्यू के लिए हरक्यूलिस विमान को भेजा है.