logo-image

धरती पर आते रहते हैं UFO और एलियन, अमेरिका नौसेना ने की पुष्‍टि, देखें Video

अमेरिकी नौसेना ( US Navy) ने पहली बार कथित तौर पर पिछले दो वर्षों में लीक हुए तीन यूएफओ वीडियो (UFO Video)की एक श्रृंखला की सत्यता की पुष्टि की है

नई दिल्‍ली:

Aliens और UFO शब्द सुन कर ही हम थोड़ा उत्साहित हो जाते हैं. हमारे दिमाग में जानने की उत्सुकता और भी बढ़ जाती है. आज तक तो हम लोगों ने सिर्फ फिल्मों में ही एलियन्स और यूएफओ (UFO-Unidentified flying object) ही देखा है. लेकिन अब अमेरिकी नौसेना ( US Navy) ने पहली बार कथित तौर पर पिछले दो वर्षों में लीक हुए तीन यूएफओ वीडियो (UFO Video)की एक श्रृंखला की सत्यता की पुष्टि की है और उसने जोर देकर कहा है कि इस फुटेज को कभी सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए. 

यह भी पढ़ेंः खतरा! धरती पर हमला कर सकते हैं Aliens, NASA ने ली UFO की तस्वीर

नौसेना के उप प्रमुख के प्रवक्ता जोसेफ ग्रैजिशर ने ब्लैक वॉल्ट को बताया, "नौसेना ने इन वीडियो में मौजूद वस्तुओं को अज्ञात हवाई घटनाओं के रूप में नामित किया है,", जो रहस्यों को उजागर करने और डीक्लासिफाइड सरकारी दस्तावेजों को संशोधित करने के लिए समर्पित वेबसाइट है. बाद में मदरबोर्ड द्वारा बयान की पुष्टि की गई.

2017 और 2018 में उनके विमान से नेवी पायलट द्वारा लिए गए तीन वीडियो ने सनसनी फैला दी. दिसंबर 2017 में द न्यू यॉर्क टाइम्स ने नेवी पायलटों के बारे में एक स्‍टोरी की जिसमें बताया गया कि 14 नवंबर, 2004 को सैन डिएगो के तट पर एक अजीब वस्तु को पायलटों ने रोका और अपने एफ -18 कैमरे से ऑब्जेक्ट की वीडियो शूट करने में कामयाब रहे. वहीं 21 जनवरी, 2015 को एक और वीडियो को लिया गया था, जिसमें बिना पायलटों के एक अन्य हवाई वाहन को कैच किया गया.

महीनों बाद, डेलाजेन ने अपने संगठन टू द स्टार्स एकेडमी के माध्यम से एक तीसरा वीडियो जारी किया जिसमें एक वस्तु दिखाई दे रही है जो पानी की सतह पर जल्दी से उड़ जाती है. उस वीडियो को 21 जनवरी, 2015 को भी दर्ज किया गया था, जिसमें यह अनुमान लगाया गया था कि उस दिन शूट किए गए दो वीडियो एक ही वस्तु दिखाते हैं.

यह भी पढ़ेंः जानें क्‍या है ई-सिगरेट (E-cigarette) , दुनिया के इन देशों में भी है बैन, अब भारत में भी लगा प्रतिबंध

बता दें वर्ष 2015 में मार्च से लेकर गर्मी के मौसम के बीच अमेरिकी नौसेना के पायलट ने आकाश में विचित्र वस्तु देखने की पुष्टि की. इनमें एक आंधी की विपरीत दिशा में ऊपर घूमती एक वस्तु थी. यह वस्तु करीब-करीब ईस्ट कोस्ट में हर दिन देखी गई. मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है.

यह भी पढ़ेंः अंधेरे के आगोश में समा रहा विक्रम लैंडर, डूबने लगी है उम्मीद की हर किरण

न्यू यॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इस अवधि में पायलट ने अपने सीनियरों को बताया कि उड़न तश्तरी में कोई इंजन नहीं देखी और इंफ्रारेड एक्जॉस्ट के भी कोई चिन्ह नहीं दिखे, लेकिन ये उड़न तश्तरी 30 हजार फीट की ऊंचाई पर हाइपरसोनिक गति से पहुंचने में सक्षम रही. समाचार पत्र के मुताबिक, नौसेना पायलट के रूप में पिछले 10 साल से जुड़े एफ/ए सुपर हरनॉट के पायलट लेफ्टिनेंट रेयान ग्रेव्स ने कहा कि ये उड़न तश्तरी दिनभर के लिए निकलते हैं.

यह भी पढ़ेंः पाकिस्‍तान के ये घुसपैठिए चट कर जा रहे हैं 35000 लोगों का खाना, राजस्‍थान के इतने जिले प्रभावित

उन्होंने कहा कि विमान को हवा में रखने के लिए काफी मात्रा में ऊर्जा की जरूरत होती है. वर्ष 2014 में सुपर हरनॉट के पायलट एक उड़न तश्तरी से टकराने के करीब थे. पायलटों ने कुछ तस्वीरों का विडियो भी बनाया है. लेफ्टिनेंट ग्रेव्स और चार अन्य नेवी पायलटों ने कहा कि उन्होंने उड़न तश्तरी को 2014 और 2015 में ट्रेनिंग के दौरान वर्जीनिया से फ्लोरिडा के बीच देखा है.