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July Festival Vrat List 2022: सावन का महीना जल्दी ही होने वाला है शुरू, देखें जुलाई के प्रमुख व्रत-त्योहार की लिस्ट

जुलाई के महीने को धार्मिक नजरिए से बहुत ही पवित्र और पावन (July Month Festival Vrat List 2022) माना जाता है. धार्मिक दृष्टिकोण से भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए जुलाई का महीना (july 2022 calendar) बेहद अच्छा माना जाता है.

Updated on: 28 Jun 2022, 11:28 AM

नई दिल्ली:

जुलाई का महीना (July month festival 2022) शुरू होने वाला है. इस महीने को धार्मिक नजरिए से बहुत ही पवित्र और पावन माना जाता है. इस महीने में कई बड़े-बड़े त्योहार पड़ते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, जुलाई का महीना आषाढ़-सावन (sawan 2022 date) का होता है. धार्मिक दृष्टिकोण से भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए जुलाई का महीना (july 2022 calendar) बेहद अच्छा माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में भोलेनाथ की श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से उनकी कृपा सदैव बनी रहती है. 

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इस महीने (July 2022 festival date) की शुरुआत विश्व प्रसिद्ध पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा के साथ होगी. इसी माह चातुर्मास भी आरंभ हो जाएंगे और भगवान विष्णु चार मास के लिए निद्रा में चले जाएंगे. गुरु पूर्णिमा का त्योहार भी इसी महीने है. आइए, जुलाई के महीने में पड़ने वाले मुख्य व्रत और त्योहारों की सूची (july vrat tyohar 2022 list) की ओर नजर डालते हैं.  

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1 जुलाई, पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा:

विश्व प्रसिद्ध पुरी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा जुलाई महीने के पहले दिन यानी 01 जुलाई, शुक्रवार के दिन शुभारंभ हो जाएगी. पुरी रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम और बहन सुभद्रा संग शोभा यात्रा (puri jagannath rath yatra 2022) निकाली जाती है. 

3 जुलाई, वरदा चतुर्थी:

3 जुलाई 2022 को वरदा चुतर्थी का व्रत रखा जाएगा. वरदा चतुर्थी भगवान गणेश को समर्पित त्योहार है. हिंदू धर्म में भगवान गणेश को प्रथम पूजनीय देवता (varda chaturthi 2022) माना जाता है. 

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10 जुलाई, देवशयनी एकादशी और बकरीद:

10 जुलाई को देवशयनी एकादशी है. देवशयनी एकादशी पर भगवान विष्णु चार महीनों के लिए क्षीर सागर में मां लक्ष्मी संग निद्रा में चले जाते हैं. आषाढ़ महीने में पड़ने के कारण इस एकादशी को आषाढ़ी एकादशी भी कहते हैं. इसके अलावा इसे हरिशयनी एकादशी और पद्मनाभा एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. 

11 जुलाई, प्रदोष व्रत और जया पार्वती व्रत प्रारंभ:

11 जुलाई को प्रदोष व्रत के साथ जया पार्वती व्रत भी प्रारंभ हो जाएगा. जया पार्वती व्रत लगातार पांच दिनों तक चलता है. इसमें मां पार्वती की जया अवतार के रूप में पूजा-अर्चना होती है. इस व्रत में सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और अच्छी सेहत के लिए मां पार्वती की पूजा करते हुए आशीर्वाद प्राप्ति करती हैं. 

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14 जुलाई, कांवड़ यात्रा:

सावन का पवित्र महीना आरंभ होते ही कांवड यात्रा शुरू हो जाती है. कांवड़िए तमाम पवित्र नदियों से गंगाजल लेकर प्रसिद्धि शिव मंदिरों में पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. 

24 जुलाई, कामिका एकादशी:

सावन के महीने की एकादशी को कामिका एकादशी के नाम से जाना जाता है. हिंदू धर्म में एकादशी के व्रत का विशेष महत्व होता है. एकादशी व्रत में दिनभर व्रत रखते हुए भगवान विष्णु की पूजा-उपासना की जाती है. 

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28 जुलाई, हरियाली अमावस्या:
इस साल 28 जुलाई को हरियाली अमावस्या है. श्रावण माह में आने वाली अमावस्या को हरियाली अमावस्या (hariyali amavasya 2022) कहते हैं. 

31 जुलाई, हरियाली तीज: 
सुहागिन महिलाओं द्वारा रखा जाने वाला व्रत हरियाली तीज 31 जुलाई को रखा जाएगा. इसमें सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए उपवास रखती हैं. ये त्योहार भगवान शिव और मां पार्वती के दोबारा से मिलने की खुशी में (hariyali teej 2022) मनाया जाता है.