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तो क्‍या सचिन पायलट गुर्जरों के नेता हैं, सीएम अशोक गहलोत के इस जवाब से तो यही लगता है

फरवरी से गुर्जर समाज एक बार फिर से आरक्षण को लेकर आंदोलन करने जा रहा है. कर्नल किरोड़ी बैंसला ने सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी है.

Updated on: 07 Feb 2019, 10:27 AM

जयपुर:

फरवरी से गुर्जर समाज एक बार फिर से आरक्षण को लेकर आंदोलन करने जा रहा है. कर्नल किरोड़ी बैंसला ने सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी है. इसी बात को लेकर जब मीडिया ने सीएम अशोक गहलोत से सवाल किया तो वो डिप्टी सीएम पायलट की तरफ जवाब देने का इशारा करते हुए हंसने लगे. जिसपर पायलट ने भी कहा कि सवाल सरकार से है. हालांकि बाद में सचिन पायलट ने ही इस पर जवाब दिया.

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राजस्थान में गुर्जर नेता कर्नल किरोडी बैसला ने एक बार फिर से गुर्जर आंदोलन की चेतावनी प्रदेश सरकार को दे दी है. इस मामले पर जब प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सवाल किया गया तो उन्होने उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट को इस मामले पर बोलने पर कहा. इस पर पायलट ने पहले तो मुख्यमंत्री से कहा कि ये सवाल तो सरकार से है लेकिन बादमें इस मसले पर बोलते हुए सचिन पायलट ने कहा कि इस मसले पर उनकी आज भी मुख्यमंत्री से बात हुई है. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बने केवल डेढ़ महीना हुआ है और इस मामले में जितने भी विकल्प है उनके प्रति सरकार अपनी प्रतिबदता दिखा रही है.

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पायलट ने गुर्जर समाज के लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि जो मामला कानून प्रक्रिया में अटका हुआ है उनकी प्रभावशाली तरीके से वो पैरवी करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि बीती सरकार पांच साल में इस सवाल का सकारात्मक जवाब नहीं ढूंढ सकी थी. इसके साथ ही पायलट ने गुर्जर समेत पांच जातियों को आरक्षण देने के लिए बॉल को केन्द्र सरकार के पाले में डाल दी है.

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पायलट ने कहा कि केन्द्र ने सवर्ण आरक्षण को लेकर जो संविधान संशोधन कर प्रस्ताव परित करवाया है. गुर्जर समेत पांच जातियों को भी आरक्षण देने का काम केन्द्र सरकार ही कर सकती है. पायलट ने केन्द्र सरकार से अपील करते हुए कहा कि जिसे राजस्थान में हर पार्टी और हर मैम्बर ने पास किया है. उसे केन्द्र सरकार को गम्भीरता से देखना चाहिए.