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स्ट्रान्ड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट: अमित फंगल और विकास कृष्णन ने जीता गोल्ड, भारत को मिले कुल 11 मेडल

रविवार को बुल्गारिया में 69वें स्ट्रान्ड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में विकास कृष्णन (75किग्रा) और अमित फंगल (49किग्रा) ने फाइनल में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।

Updated on: 26 Feb 2018, 09:44 AM

नई दिल्ली:

रविवार को बुल्गारिया में 69वें स्ट्रान्ड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में विकास कृष्णन (75किग्रा) और अमित फंगल (49किग्रा) ने फाइनल में गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।

भारत ने बॉक्सिंग टूर्नामेंट की समाप्ति के साथ ही कुल 11 मेडल जीते जिसमें दो गोल्ड, तीन सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज शामिल हैं। पुरूषों ने 5  और महिलाओं ने 6 मेडल जीते।

23 वर्षीय हरियाणा के मुक्केबाज अमित फंगल ने फाइनल में मोरक्को के सैद मोरदाजी को मात देकर गोल्ड मेडल हासिल किया।

दूसरी तरफ, विकास कृष्णन ने अमेरिका के ट्रॉय इस्ले को आसानी से हरा दिया। विकास के लिए यह एक मनोबल बढ़ाने वाला प्रदर्शन था। कुछ महीने पहले विकास के हाथ में चोट लग गई थी।

विकास कृष्णन ने चीन के टी तांगलातिहां को 75 किलोग्राम वर्ग में आसानी से हराकर फाइनल में प्रवेश किया था।

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विकास को अंतिम तीन मिनट में काफी आक्रामक चुनौती का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने अपनी जीत के लिए संयम बरकरार रखा।

वहीं महिला वर्ग में, भारत की स्टार महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और सीमा पूनिया को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। इन दोनो को रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

लंदन ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली और पांच बार की विश्व चैंपियन मैरी कॉम को 48 किलोग्राम वर्ग में बुल्गारिया की सेवदा एसेनोवा के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा जबकि सीमा को 89 किलोग्राम से अधिक भार वर्ग में रूस की एना इवानोवा ने मात दी।

यूरोप के सबसे पुराने मुक्केबाजी प्रतियोगिताओं में से एक इस टूर्नामेंट के फाइनल में दोनों भारतीय मुक्केबाज अंक के आधार पर हारीं।

यह टूर्नामेंट राजस्थान की 27 वर्षीय मुक्केबाज सीमा पूनिया के लिए बहुत खास रहा, जिन्होंने चार महीने पहले एशियाई चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया था।

कुल मिलाकर यह टूर्नामेंट भारतीय महिलाओं के लिए सफल रहा। उन्होंने इस टूर्नामेंट में दो रजत और चार कांस्य पदक जीते।

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