logo-image

मॉनसून सत्र LIVE: हंगामे के बाद लोकसभा की कार्यवाही स्थगित

कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम मोदी और रक्षा मंत्री सीतारमण ने राफेल के मुद्दे पर सदन को गुमराह किया है।

Updated on: 25 Jul 2018, 02:03 PM

नई दिल्ली:

संसद के निचले सदन लोकसभा में बुधवार को हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही थोड़ी देर के लिए स्थगित करनी पड़ी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद द्वारा पश्चिम बंगाल में आदिवासी लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म और दलितों के साथ अत्याचार को लेकर बयान देने के बाद लोकसभा में हंगामा होने लगा।

इस बीच सदन की कार्यवाही लगभग 15 से 20 मिनट तक स्थगित कर दी गई और दोपहर 12.30 बजे सदन में कामकाज फिर शुरू हुआ। 

पूर्वोत्तर मुंबई से सांसद किरीट सोमैया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एक महिला के मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) होने के बावजूद ऐसी घटनाए राज्य में अभी भी हो रही हैं। 

तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों की तरफ इशारा करते हुए सोमैया ने कहा, 'आपको इससे शर्मिदा होना चाहिए।'

इससे तृणमूल कांग्रेस के सांसद नाराज हो गए और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। 

इससे पहले पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सदस्य के सी वेणुगोपाल ने नीट डाटा लीक के मामले में स्थगन नोटिस पेश किया।

LIVE अपडेट्स

# आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू ने अपने सांसदों से पीएम मोदी और केंद्रीय मंत्री के ख़िलाफ़ विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने को कहा है। नायडू ने कहा कि केंद्र सरकर कह रही है कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के पुनर्निर्माण के लिए 90 फीसदी वादों को पूरा कर दिया है। सदन को पूरी तरह से गुमराह किया जा रहा है।

# आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्ज़ा देने की मांग को लेकर टीडीपी सांसदो का प्रदर्शन जारी। 

लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा अध्यक्ष को सौंपे पत्र में कहा, 'मैं लोकसभा में 20 जुलाई को अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान भाषण में एक भ्रामक बयान देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार का एक नोटिस देना चाहता हूं।'

उन्होंने पत्र में कहा है, 'प्रधानमंत्री ने कहा था कि राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद की कीमत का खुलासा करने की मांग राष्ट्रहित के खिलाफ है और इस बारे में भारत सरकार और फ्रांस सरकार के बयान विरोधाभाषी थे।'

उन्होंने कहा कि समझौते में पारदर्शिता का प्रधानमंत्री का दावा तथ्यात्मक रूप से गलत, असत्य और जानबूझकर सदन को गुमराह करने के इरादे से किया गया।

खड़गे ने आरोप लगाया कि सदन में रक्षामंत्री का वक्तव्य बिल्कुल झूठा था और इस तरह उन्होंने न सिर्फ जानबूझकर सदन के सदस्यों को गुमराह किया, बल्कि पूरे राष्ट्र को भी गुमराह किया।

और पढ़ें- 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी के भरोसे बंगाल फतह की तैयारी में जुटी BJP