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पुलवामा हमला: मुंबई का भिंडी बाजार बंद, मुस्लिम समुदाय ने लहराया तिरंगा, लगाए पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. जिसे लेकर देशभर में आक्रोश का माहौल है. लोग कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

Updated on: 15 Feb 2019, 06:21 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए फिदायीन हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए. पूरा देश इस वक्त गमगीन और गुस्से में हैं. पाकिस्तान के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. मुंबई के भिंडी बाज़ार में व्यापारियों ने विरोध में सभी दुकानें बंद रखी. इसके साथ ही मुस्लिम समाज पूरे इलाके में घूम-घूमकर तिरंगा लहराया और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए. वहीं, दिल्ली के व्यापारी ने 18 फरवरी को बंद का ऐलान किया है. उस दिन दिल्ली की सारी दुकानें बंद रहेंगी.

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पुलवामा अटैक को लेकर दिल्ली से लेकर राजस्थान तक लोग सड़क पर उतरे और पाकिस्तान के विरोध में नारे लगाए. लोगों ने आतंकी हमले में शहीद जवानों की शहादत का बदला लेने की मांग की. जम्मू -कश्मीर के कठुआ में सैंकड़ों लोग सड़क पर उतरे और हाथों में तिरंगा लेकर पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाए. प्रदर्शन में ज्यादातर महिलाएं और युवा शामिल थे.

बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में बृहस्पतिवार को जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये और कई अन्य घायल हो गए. घाटी में 1989 में आतंकवाद के सिर उठाने के बाद से हुए अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले में एक आत्मघाती हमला किया. पुलवामा जिले में आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू हाई-वे पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकरा दिया, जिसके बाद बस के परखच्चे उड़ गए. धमाका इतना जबरदस्त था कि आस-पास जवानों के शव टुकड़ों में सड़क पर बिखर गए. जैश ए मोहम्मद ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली. पुलिस ने आतंकवादी की पहचान पुलवामा के काकापोरा के रहने वाले आदिल अहमद के तौर पर की है. उन्होंने बताया कि अहमद 2018 में जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था. अमेरिका, श्रीलंका , भूटान, इजरायल, बांग्लादेश समेत कई अन्य देशों ने इस हमले की कड़ी निंदा की.