logo-image

Mumbai North Result Live Update: उर्मिला मातोंडकर 4 लाख 60 हजार वोटों से पीछे

मुंबई उत्तर लोकसभा सीट इस बार बहुत खास है. यहां से कांग्रेस ने पूर्व फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने गोपाल सी शेट्टी को मैदान में उतारा है. मुंबई उत्तर लोकसभा क्षेत्र से गोपाल शेट्टी को जीत हासिल हुई थी.

Updated on: 23 May 2019, 12:19 AM

नई दिल्ली:

मुंबई उत्तर लोकसभा सीट इस बार बहुत खास है. यहां से कांग्रेस ने पूर्व फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर को मैदान में उतारा है. बीजेपी ने गोपाल सी शेट्टी को मैदान में उतारा है. मुंबई उत्तर लोकसभा क्षेत्र से गोपाल शेट्टी को जीत हासिल हुई थी. गोपाल शेट्टी को 664004 वोट मिले थे. गोपाल शेट्टी ने कांग्रेस के संजय निरुपम को 446582 मतों से हराया था. 2014 में इस सीट पर मात्र 53.07 प्रतिशत वोट पड़े थे.

मुंबई उत्तर लोकसभा क्षेत्र महाराष्ट्र की 48 संसदीय सीटों में से एक है. मुंबई उत्तर लोकसभा सीट में बोपीवली, दहीसार, मगथाने, कांदीवली पूर्व, चरकोप और मलाड़ पश्चिम लोकसभा क्षेत्रों को समाहित किया गया है. यह लोकसभा क्षेत्र मुंबई शहर का मुख्य हिस्सा माना जाता है. यहां उर्मिला मातोंडकर जीत हासिल करने में कितनी कामयाब होती हैं इसका पता आज लगेगा.

calenderIcon 12:58 (IST)
shareIcon

अब तक मिले रुझानों के मुताबिक एनडीए को 342 सीटें, यूपीए को 86 सीटें, सपा-बसपा गठबंधन को 20 और अन्य को 91 सीटों पर बढ़त हासिल है. इस हिसाब से पीएम मोदी एक बार फिर प्रधानमंत्री बन सकते हैं.

calenderIcon 07:11 (IST)
shareIcon

एक राउंड की गणना में लगता है इतना समय


प्रत्‍येक विधान सभा क्षेत्र के लिए एक साथ 14 ईवीएम की गिनती एक साथ होती है. अमूमन हर दौर में 30 से 45 मिनट का समय लगता है. मतगणना टेबल के चारों ओर पार्टियों या उम्मीदवारों के एजेंट पैनी निगाह रखे रहते हैं. उनके लिए भी मतगणना अधिकारी तय फार्म 17 सी का अंतिम हिस्सा भरवाते हैं. फॉर्म 17 सी का पहला हिस्सा मतदान के पोलिंग एजेंट की मौजूदगी और दस्तखत के साथ पोलिंग प्रक्रिया शुरू करते समय भरा जाता है. मतगणना के समय आखिरी हिस्सा भरा जाता है.

calenderIcon 07:03 (IST)
shareIcon

गिनती शुरू करने की क्या है नियमावली


पोस्टल बैलेट बाद इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफरेबल पोस्टल बैलेट (ETPBS) भी अगर आए हों तो उनकी गिनती होती है. इन पर QR कोड होता है. उसके जरिए गिनती होती है. आयोग की नियमावली के मुताबिक पोस्टल बैलेट और ईटीपीबीएस की गिनती पूरी होने के आधा घंटा बाद ईवीएम में दिए गए मतों की गिनती शुरू होती है. इसके लिए हरेक विधान सभा इलाके के हिसाब से सेंटर में 14 टेबल लगाए जाते हैं.

calenderIcon 06:44 (IST)
shareIcon

7:45 बजे से शुरू होगी काउंटिंग


सुबह 7:45 से मतों की गणनाशुरू हो जाती है. सरकारी ड्यूटी में तैनात कर्मचारियों द्वारा पोस्टल बैलेट के जरिए डाले गए वोटों की गिनती पहले होती है. सेना के कर्मचारियों को भी पोस्टल बैलेट से मतदान का अधिकार है. पोस्टल बैलेट के लिए चार टेबल तय होते हैं. सभी राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों के नुमाइंदे इस गणना के गवाह होते हैं. हरेक टेबल पर मतगणना कर्मचारी को हरेक राउंड के लिए पांच सौ से ज्यादा बैलेट पेपर नहीं दिए जाते हैं.

calenderIcon 06:41 (IST)
shareIcon

ये करते हैं वोटों की गिनती


Counting से पहले किसी भी अधिकारी-कर्मचारी को यह नहीं बताया जाता है कि उसे किस सेंटर पर भेजा जाएगा. काउंटिंग के दिन इन कर्मचारियों को सुबह 5 बजे काउंटिंग टेबल पर बैठना होता है. हर काउंटिंग टेबल पर काउंटिंग सुपरवाइजर, असिस्टेंट व माइक्रो पर्यवेक्षक होता है. इसके बाद इनके टेबल पर बैलेट यूनिट रखी जाती हैं. टेबल के चारों ओर जाली की घेराबंदी भी की जाती है.


मतगणना में सरकारी विभागों में कार्यरत केंद्रीय और राज्य सरकार के कर्मचारी शामिल होते हैं. इन्‍हें एक हफ्ते पहले काउंटिंग सेंटर पर ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग में जिला निर्वाचन अधिकारी और चुनाव से संबंधित जिले के वे अधिकारी शामिल होते हैं जिनकी ड्यूटी चुनाव में लगी है. काउंटिंग से एक दिन पहले ट्रेंनिंग देने बाद उन्हें संबंधित संसदीय क्षेत्र में 24 घंटे के लिए भेज जाता है.