खतरे में पड़ सकती है कमलनाथ सरकार, मायावती वापस ले सकती हैं समर्थन
मध्य प्रदेश के गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ खड़े हुए बसपा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह राजपूत के कांग्रेस में शामिल होने पर बसपा सुप्रीमो ने कमलनाथ सकरार को समर्थन देने पर पुनर्विचार की बात कह डाली है.
नई दिल्ली:
मध्य प्रदेश के गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट से ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ खड़े हुए बसपा उम्मीदवार लोकेंद्र सिंह राजपूत के कांग्रेस में शामिल होने पर बसपा सुप्रीमो ने कमलनाथ सकरार को समर्थन देने पर पुनर्विचार की बात कह डाली है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट करके कहा कि सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग के मामले में कांग्रेस भी बीजेपी से कम नहीं.
एमपी के गुना लोकसभा सीट पर बीएसपी उम्मीदवार को कांग्रेस ने डरा-धमकाकर जबर्दस्ती बैठा दिया है किन्तु बीएसपी अपने सिम्बल पर ही लड़कर इसका जवाब देगी व अब कांग्रेस सरकार को समर्थन जारी रखने पर भी पुनर्विचार करेगी. एक अन्य ट्वीट में मायावती ने कहा कि साथ ही, यूपी में कांग्रेसी नेताओं का यह प्रचार कि बीजेपी भले ही जीत जाए किन्तु बसपा-सपा गठबंधन को नहीं जीतना चाहिए, यह कांग्रेस पार्टी के जातिवादी, संकीर्ण व दोगले चरित्र को दर्शाता है. अतः लोगों का यह मानना सही है कि बीजेपी को केवल हमारा गठबंधन ही हरा सकता है. लोग सावधान रहें.
यह भी पढ़ें- जीतू पटवारी के ट्वीट पर साध्वी ने कहा- 'यह कांग्रेस के लोगों की भाषा है'
बसपा और कांग्रेस के बीच गुना-शिवपुरी सीट से तनाव बढ़ता जा रहा है. मायावती के दबाव में ही कांग्रेस गठबंधन में शामिल नहीं हो पाई. जिसके कारण अब प्रियंका गांधी की टीम दलित वोटों में सेंधमारी करने में लगी है. कांग्रेस से जुड़े नेताओं का कहना है कि पार्टी अब अपने दम पर यूपी का चुनाव लड़ना चाहती है.
कांग्रेस के इन प्रयासों से नाराज मायावती ने अखिलेश यादव के साथ महागठबंधन बनाया. जब महागठबंधन का ऐलान किया गया तो मायावती ने कहा था कि कांग्रेस ने हमेशा दलितों को वोट बैंक समझकर काम किया. दलितों का वोट लिया लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया. कांग्रेस ने बसपा के कद्दावर नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी को पार्टी में शामिल कर लिया. इतना ही नहीं कांग्रेस ने उन्हें बिजनौर से लोकसभा का टिकट भी दे दिया. प्रियंका गांधी ने उभरते हुए दलित नेता चंद्रशेखर आजाद रावण से भी मुलाकात की.
साथ ही, यूपी में कांग्रेसी नेताओं का यह प्रचार कि बीजेपी भले ही जीत जाए किन्तु बसपा-सपा गठबंधन को नहीं जीतना चाहिए, यह कांग्रेस पार्टी के जातिवादी, संकीर्ण व दोगले चरित्र को दर्शाता है। अतः लोगों का यह मानना सही है कि बीजेपी को केवल हमारा गठबंधन ही हरा सकता है। लोग सावधान रहें।
— Mayawati (@Mayawati) April 30, 2019
मध्य प्रदेश विधानसभा में बसपा कांग्रेस का समर्थन कर रही है. लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सीटों की मांग को अनसुना कर दिया. यही हाल राजस्थान का भी रहा. राजस्थान में भी बसपा ने कांग्रेस को समर्थन दे रखा है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी