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Parenting Tips : बनना है अपने बच्चे का बेस्ट फ्रेंड, तो माता-पिता आज से ही फॉलो करेंगे ये पेरेंटिंग टिप्स

Parenting Tips : शहरों में न्यूक्लियर फैमिली में रहने वाले बच्चों को सही परवरिश देना पेरेंट्स के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. तो आइए आज आपको कुछ आसान से टिप्स देते हैं, जो पेरेंटिंग में आपको बेहतर बनाने में मदद करेंगे...

Updated on: 18 Jan 2024, 05:18 PM

नई दिल्ली:

Parenting Tips : टीवी और मोबाइल के जमाने में बच्चों की परविश करना मां-बाप के लिए आसान नहीं रह गया है. बच्चे वो तो सीखते ही हैं, जो हम उन्हें सिखाते हैं, लेकिन वो चीजें भी सीख जाते हैं, जो हम कभी नहीं चाहते वो सीखें...  पहले का जमाना दूसरा था, जब बच्चे परिवार में घुलते-मिलते बड़े हो जाते थे. मगर, अब शहरों में न्यूक्लियर फैमिली में रहने वाले बच्चों को सही परवरिश देना पेरेंट्स के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है. तो आइए आज आपको कुछ आसान से टिप्स देते हैं, जो पेरेंटिंग में आपको बेहतर बनाने में मदद करेंगे...

सुनना और समझना:

अपने बच्चों को सुनना और समझना महत्वपूर्ण है. उनकी बातें सुनें, उनके अभिवादनों का समर्थन करें और उन्हें विशेषज्ञता विकसित करने के लिए प्रेरित करें.

सकारात्मक समर्थन:

अपने बच्चों को सकारात्मक समर्थन प्रदान करें. उन्हें अपनी क्षमताओं और काबिलियतों का महत्वपूर्ण हिस्सा मानने के लिए प्रेरित करें.

संबंध बनाए रखना:

अपने बच्चों के साथ सकारात्मक और सुखद संबंध बनाए रखें. समय बिताना, उनके साथ खेलना और उनके साथ बातचीत करना महत्वपूर्ण है.

सीमित सीमा स्थापित करें:

अपने बच्चों को सीमित सीमा स्थापित करना और उन्हें ठीक-ठाक से समय देना महत्वपूर्ण है। सीमाओं का पालन करना उन्हें सुरक्षित और सुरक्षित महसूस करने में मदद कर सकता है।

उन्हें स्वतंत्रता दें:

बच्चों को अपनी निर्णय लेने में स्वतंत्रता दें। इससे उन्हें जिम्मेदारी का महसूस होता है और उनका स्वयंसेवन बढ़ता है.

उन्हें एक्साइडटेड करें:

अपने बच्चों को उत्साहित करें और उन्हें अपनी सफलता के लिए प्रेरित करें. उनकी मेहनत और प्रयासों की सराहना करें.

गतिविधियों में सहायक हों:

अपने बच्चों की शैली को समझने के लिए उनकी विभिन्न गतिविधियों में सहायक हों और उन्हें उनकी पसंदीदा क्षेत्रों में विकसित होने के लिए प्रेरित करें.

विशेषज्ञताओं को पहचानें:

अपने बच्चों की रूचियों और शैलियों को समझें और उन्हें उनकी विशेषज्ञताओं का पता करने में मदद करें.

संवेदनशील रहें:

अपने बच्चों की भावनाओं का समर्थन करें और उन्हें संवेदनशीलता से संपर्क करने का मौका दें.

आत्म-केयर सिखाएं:

अपने बच्चों को आत्म-केयर और स्वास्थ्य के महत्व के बारे में सिखाएं, जैसे कि सही खानपान, नींद, और स्वस्थ जीवनशैली की महत्वपूर्ण बातें.