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बुधवार को भगवान गणेश के ये मंत्र बना देंगे आपको धनवान, बनेंगे सुखी और समृद्ध

जानिए, भगवान गणेश से जुड़ी खास कहानी, कैसे हुई थी भगवान गणेश की उत्पत्ति.

Updated on: 01 May 2019, 08:24 AM

नई दिल्ली:

बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा होती है. आज भगवान गणेश की पूजा करने से सारे कष्ट और विघ्न दूर हो जाते हैं. भगवान गणेश जिस पर अपनी कृपा बरसा दें वो मालामाल हो जाता है. इसीलिए आज हम आपको बताने जा रहें हैं कि विघ्नहर्ता गणेश के इन मंत्रों के जाप से आप कैसे उनकी कृपा पा सकते हैं और कैसे आप धनवान बन सकते हैं. भगवान गणेश के बारे में ये कथा हिंदू धर्म में प्रचलित है कि पुत्र की इच्छा रखते हुए माता पार्वती ने अपने शरीर के उबटन से एक बालक की प्रतिमा बनाई और उसमें जान फूंक दी और उसे द्वारपाल बनाकर दरवाजे पर खड़ा कर दिया.

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जिस वक्त भगवान शंकर वहां आएं और अंदर पार्वती के कमरे में जाने के लिए कहने लगे. इसमें गणेश और शिव का विवाद हुआ और भगवान भोलेनाथ ने गणेश का सिर अपने त्रिशूल से काट दिया. जब माता पार्वती को इस बात का पता चला तो वो काफी नाराज हो गईं और चारों तरफ हाहाकार मच गया. इसके बाद भगवान विष्णु को जिम्मेदारी दी गई की वो एक शीश लेकर आएं. भगवान विष्णु एक हाथी का मस्तक लेकर हाजिर हुए. शिव ने हाथी के मस्तक को ही रखकर गणेश को जिंदा किया और तभी से उनका नाम गजानन भी पड़ा.

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ये हैं भगवान गणेश के कुछ खास मंत्र-
#1. किसी भी कार्य के प्रारंभ में गणेश जी को इस मंत्र से प्रसन्न करना चाहिए:

श्री गणेश मंत्र ऊँ वक्रतुण्ड़ महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ।

निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा।।

#2. गणेश जी को प्रसन्न करने का एक मंत्र निम्न भी है:

ऊँ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात्।

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#3. निम्न मंत्र का जाप करने से गणेश जी बुद्धि प्रदान करते हैं :

श्री गणेश बीज मंत्र ऊँ गं गणपतये नमः ।।
गणेश जी के इस मंत्र द्वारा सिद्धि की प्राप्ति होती है।
एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥

#4. अपार धन प्राप्ति के लिए जपें भगवान लम्बोदर का ये मंत्र

।। सिद्ध लक्ष्मी मनोरहप्रियाय नमः।।