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रोजे की वजह से उठे कमांडेंट इकबाल ने बांदीपोरा के संबल कैंप पर लश्कर हमला को किया नाकाम

सहरी की वजह से कैंप के कमांडेंट इकबाल अहमद रोजा रखने के लिए तड़के सहरी करने उठे। तभी वायरलेस से सिक्योरिटी ब्रीच की सूचना आई और कमांडेंट तुरंत सहरी छोड़कर कैंप की ओर भागे।

Updated on: 06 Jun 2017, 11:44 PM

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा जिले में सोमवार सुबह संबल के सीआरपीएफ कैंप पर लश्कर का आतंकी हमला हुआ था जो कि विफल हो गया। सैन्य कारर्वाई के दौरान भारतीय सैनिकों ने 4 आतंकवादियों को मार गिराया।

ये घटना तकरीबन सुबह 3 बजे की है जब फिदायीन आतंकी अंधेरे का फायदा उठाते हुए कैंप में घुसने की कोशिश कर रहे थे। लेकिन सहरी की वजह से कैंप के कमांडेंट इकबाल अहमद रोजा रखने के लिए तड़के सहरी करने उठे। तभी वायरलेस से सिक्योरिटी ब्रीच की सूचना आई और कमांडेंट तुरंत सहरी छोड़कर कैंप की ओर भागे। उन्होंने तत्काल अपनी राइफल संभाली और लश्कर के उन चार आतंकियों से लोहा लेने निकले पड़े, जो हमला कर रहे थे।

जवानों ने इस हमले के खिलाफ कार्रवाई करते हुए न केवल एक बड़े हादसे को टाला बल्कि 4 आतंकियों को भी मार गिराया। इस हमले को विफल करने पर सीआरपीएफ जवानों की सजगता की काफी सराहना की जा रही है।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जवानों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह हमला विफल करने के पीछे कई वजहें रहीं, उनमें एक है सीआरपीएफ कमांडेंट इकबाल अहमद का रोजा के कारण सहरी के लिए सुबह जल्दी उठना।

इकबाल सीआरपीएफ की 45वीं बटालियन के कमांडेंट हैं और उनकी वजह से उरी जैसे हमले की फिराक में आए आतं​कियों को अंजाम तक पहुंचा दिया गया।