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तीन तलाक पर बैन को मेनका गांधी ने महिलाओं के लिए बताया बड़ा कदम

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने मंगलवार को तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम है।

Updated on: 22 Aug 2017, 07:32 PM

highlights

  • यह समय है, जब महिलाओं को समानता का अधिकार दिया जाना चाहिए
  • किसी भी महिला के लिए तलाक एक भयावह बात होती है: मेनका

 

नई दिल्ली:

केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने मंगलवार को तीन तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि यह महिलाओं के लिए एक बड़ा कदम है।

मेनका ने कहा, 'मैं बेहद खुश हूं। यह अदालत के लिए एक छोटा-सा कदम है, लेकिन महिलाओं के लिए यह एक बड़ा कदम है। यह समय है, जब महिलाओं को समानता का अधिकार दिया जाना चाहिए।'

मेनका ने कहा कि किसी भी महिला के लिए तलाक एक भयावह बात होती है। उन्होंने कहा, 'यह सोचना कि उसे बाहर फेंक दिया जा सकता है या छोड़ दिया जा सकता है, सही नहीं है।'

मंत्री ने कहा, 'इसलिए यह (आदेश) महिला को उतना बराबरी का हक देता है, जो उसे संविधान के तहत मिला हुआ है। हर धर्म समानता की बात करता है। यह एक प्रगतिशील कदम है।'

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इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को दो के मुकाबले तीन मतों के अपने फैसले में तीन तलाक को 'असंवैधानिक' और 'मनमाना' मानते हुए और 'इस्लाम का हिस्सा न मानते हुए' इस प्रथा पर रोक लगा दी।

पांच न्यायाधीशों वाली संविधान पीठ ने सरकार को इस मामले में कानून बनाने को भी कहा। मेनका ने कानून बनाने के निर्देश पर कहा, 'प्रधानमंत्री महिलाओं की सुरक्षा के लिए बेहद चिंतित हैं। हम इस पर विचार करेंगे।'

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