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संसद में मोदी सरकार ने बताया- वायुसेना को मिले तीन और राफेल विमान

इसके बाद भी चार-चार की किस्तों में ही 32 विमान आएंगे.

Updated on: 20 Nov 2019, 09:22 PM

नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद में चर्चा के दौरान सरकार की उपलब्धियों के बारे में बताया. इस दौरान केंद्र की मोदी सरकार ने राफेल लड़ाकू विमान पर भी चर्चा की. केंद्र सरकार ने बताया कि अब तक तीन राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायु सेना को सौंप दिए गये हैं. भारतीय पायलटों को इन राफेल विमानों के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बताया जा रहा है कि तीन राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायु सेना को सौंप दिए गए हैं और उनका उपयोग भारतीय वायुसेना के पायलटों को प्रशिक्षित करने के लिए किया जा रहा है. भारत ने फ्रांस से कुल 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदे हैं और वो सारे फाइटर जेट 2022 तक हिंदुस्तान आ जाएंगे. सबसे पहले चार विमान आएंगे और इसके बाद भी चार-चार की किस्तों में ही 32 विमान आएंगे.

आपको बता दें कि दशहरे के त्योहार पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद फ्रांस में देश के लिए पहला राफेल फाइटर जेट लेने पहुंचे थे, वहां रक्षामंत्री ने बाकायदा शस्त्र पूजा की और राफेल के आगे नारियल फोड़ कर नींबू और मिर्च भी रखे थे जिसके बाद सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर कवायदें भी शुरू हो गई थीं. राजनाथ सिंह ने दशहरे के मौके पर करीब 30 मिनट कर राफेल में उड़ान भरने से पहले उसकी शस्त्र पूजा की. उन्होंने राफेल पर 'ऊं' लिखा और रक्षा सूत्र भी विमान पर बांधा था. भारत में उनकी शस्त्र पूजा पर बवाल मच गया. 

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आपको बता दें कि राफेल डील को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार सरकार पर हमलावर रहे हैं. लेकिन हाल में ही सुप्रीम कोर्ट ने राफेल की पुनर्विचार याचिका में भी राफेल डील को क्लीन चिट देते हुए राहुल गांधी को फटकार लगाई थी. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) प्रचार के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को 'चौकीदार चोर है (Chowkidar Chor hai)' कहकर संबोधित किया था.

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कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी ने उस समय ये आरोप राफेल डील के मामले में भ्रष्टाचार होने पर लगाया था. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव के दौरान खुद को देश का चौकीदार बताया था. राहुल गांधी ने इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए 'चौकीदार चोर है' का नारा बुलंद किया था. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के इस नारे के खिलाफ बीजेपी नेता और सांसद मीनाक्षी लेखी (Meenakshi Lekhi) ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर कर कहा था, एक राजनैतिक दल के नेता को प्रधानमंत्री के खिलाफ इस तरह का शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.