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सुषमा स्वराज का आखिरी वादा बेटी ने किया पूरा, जानें क्या है ये

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने निधन से कुछ समय पहले अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव का मुकदमा लड़ने वाले वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे से बात की थी.

Updated on: 29 Sep 2019, 02:00 AM

नई दिल्ली:

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने निधन से कुछ समय पहले अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव का मुकदमा लड़ने वाले वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे से बात की थी और उन्हें बतौर फीस एक रुपया ले जाने के लिए कहा था, लेकिन इससे पहले कि साल्वे उनसे मिल पाते, उनका निधन हो गया. अब सुषमा की बेटी बांसुरी स्वराज ने उनका आखिरी वादा पूरा करते हुए साल्वे को एक रुपये का सिक्का सौंपा.

सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल ने इस संबंध में अपने एक ट्वीट में सुषमा स्वराज को संबोधित करते हुए कहा, "सुषमा स्वराज, बांसुरी ने आज आपकी अंतिम इच्छा पूरी कर दी. कुलभूषण जाधव के केस की फीस का एक रुपया जो आप छोड़ गई थीं, उसने आज श्री हरीश साल्वे जी को भेंट कर दिया." सुषमा स्वराज ने अपने निधन से चंद घंटे पहले हरीश साल्वे से बात की थी और कहा था कि वे बतौर फीस अपना एक रुपया ले जाएं.

उस वक्त साल्वे ने कहा था, "जब उनका फोन आया तो हमदोनों काफी भावुक हो गए थे. उन्होंने मुझे आमंत्रित किया था और कहा था कि केस जीतने के लिए मुझे आपको एक रुपया फीस देनी है. इस पर मैंने कहा था कि मैं जरूर आकर अपना अनमोल फीस लूंगा."

उल्लेखनीय है कि देश पूर्व सॉलिसिटर जनरल और वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने पाकिस्तान में जासूसी के आरोप में मौत की सजा का सामना कर रहे नौसेना अधिकारी का केस द हेग स्थित अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) में लड़ने के लिए एक रुपये की प्रतीकात्मक फीस लेना स्वीकार किया था. साल्वे की दलीलों की वजह से आईसीजे में भारत की जीत हुई थी और कांसुलर एक्सेस देने का आदेश पारित हुआ था. वहीं, दूसरी तरफ पाकिस्तान ने इस केस को लड़ने के लिए 20 करोड़ रुपये खर्च किए थे.