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राहुल गांधी के आरोपों का मोदी रामलीला मैदान में ही देंगे जवाब!, 22 दिसंबर को PM मोदी की महारैली

दिल्ली के रामलीला मैदान में 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली होने जा रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले इस रैली को महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

Updated on: 15 Dec 2019, 06:18 AM

नई दिल्ली:

दिल्ली के रामलीला मैदान में 22 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली होने जा रही है. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले इस रैली को महत्वपूर्ण तो माना ही जा रहा है, इस रैली को दिल्ली कांग्रेस की रैली के बाद अब और व्यापक बनाने की तैयारी की जा रही है. माना जा रहा है कि इस रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कांग्रेस की भारत बचाओ रैली में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों की जबाव दे सकते हैं.

दिल्ली बीजेपी ने अनाधिकृत कॉलिनियों को नियमित करने के फैसले के बाद पीएम मोदी को सम्मानित करने के लिए इस आयोजन की तैयारी की है. दिल्ली बीजेपी को उम्मीद है कि सम्मान समारोह के बहाने इस मुद्दे को चुनावी मुद्दा बनाया जा सकता है. दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल सरकार ने भी मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, फ्री वाई-फाई जैसी कई योजनाओं की झड़ी लगा दी थी. ऐसे में बीजेपी इन उपलब्धियों के जरिए दिल्ली में चुनावी दंगल की शुरुआत करना चाहती है.

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राहुल गांधी के आरोपों का दे सकते हैं जबाव
शनिवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में कांग्रेस ने भारत बचाओ रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग मुझे संसद में माफी मांगने के लिए बोल रहे हैं. मैं राहुल सावरकर नहीं राहुल गांधी हूं, मैं माफी नहीं मागूंगा. उन्होंने गिरती अर्थव्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला किया. राहुल गांधी ने कहा कि देश की जीडीपी 9 फीसद तक पहुंच गई थी.
पूरी दुनिया में भारत को लेकर अलग नजरिया बन रहा था. प्रधानमंत्री मोदी ने इसे 4 पर पहुंचा दिया है. पहले पूरी दुनिया में सिर्फ भारत और चीन की ही बात होती थी. लोग दोनों देशों को चिंडिया के नाम से पुकारते थे. अब अर्थव्यवस्था अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है. राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जीडीपी मापने के मापदंड दी बदल दिए हैं. अगर पुराने तरीके से जीडीपी का नापा जाए तो यह 2.5 फीसद से ज्यादा नहीं है.

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सिर्फ चंद उद्योगपतियों को पहुंचाया लाभ
राहुल गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने आधी रात को 500 और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए. उस समय इसे कालेधन पर प्रहार बताया गया था. नोटबंदी से देश अब तक नहीं उबर पाया है. लेकिन इसके नाम पर किसान, मजदूर और युवा की जेब में पैसा निकाल लिया गया. नरेन्द्र मोदी ने अडानी और अनिल अंबानी को ही लाभ पहुंचाया है. जीएसटी को लेकर सरकार को सचेत किया गया था कि इसे बिना पायलट प्रोजेक्ट लागू न किया जाए. लेकिन इसे लागू कर छोटे दुकानदारों की कमर तोड़ दी गई. राहुल गांधी ने जीएसटी गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को गिराने में जीएसटी का भी योगदान रहा है.

अडानी को दिए 50 से ज्यादा ठेके
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर अडानी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि सिर्फ एक उद्योगपति को सरकार ने एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के 50 ठेके दे दिए. लोग पूरे दिन मोदी को टीवी पर देखते हैं उसका पैसा यही उद्योगपति देते हैं. सरकार छोटे उद्यमियों के लिए काम नहीं कर रही है. सिर्फ बड़े उद्योगपतियों को ही लाभ पहुंचा रही है.