Karnataka Crisis: बागी विधायकों से मुलाकात के बाद स्पीकर बोले, मेरा काम किसी को बचाना नहीं
इस्तीफा दे चुके विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के रवैये पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है. विधायकों का आरोप है कि स्पीकर उनका इस्तीफा मंजूर नहीं कर रहे हैं.
नई दिल्ली:
कर्नाटक में चल रहा सियासी नाटक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. अब देश की शीर्ष अदालत में आज इस मामले की सुनवाई होगी. इस्तीफा दे चुके विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष के रवैये पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है. विधायकों का आरोप है कि स्पीकर उनका इस्तीफा मंजूर नहीं कर रहे हैं. उधर, बेंगलुरू में मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है. एक दिन पहले बुधवार को मुंबई में विधायकों से मिलने गए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को हिरासत में लिया गया और जबरन बेंगलुरु भेज दिया गया. कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर से अब तक 16 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जिससे कुमारस्वामी सरकार पर संकट गहरा गया है. अब देखना यह है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में क्या आदेश देता है. मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, दीपक गुप्ता और अनिरुद्ध बोस की बेंच में होगी. बागी विधायकों की तरफ से पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी तो कांग्रेस की तरफ से कोर्ट में अभिषेक मनु सिंघवी पेश होंगे.
उन्होंने आगे कहा, विधायक मुझसे बात नहीं करते हैं. वह तो सीधे राज्यपाल से बातचीत कर रहे हैं. इसमें मैं क्या कर सकता हूं. क्या इसका दुरुपयोग नहीं है? उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की. मेरा दायित्व देश के इस राज्य और संविधान के लोगों के लिए है. मैं देरी कर रहा हूं, क्योंकि मुझे यह जमीन पसंद है. मैं जल्दबाजी में काम नहीं कर रहा हूं.
Karnataka Speaker KR Ramesh: MLAs don't communicate to me & rush to the Governor. What can he do? Is it not misuse? They approached the SC. My obligation is to people of this state & Constitution of the country. I am delaying because I love this land. I am not acting in haste. https://t.co/Qg61zlOzWh
— ANI (@ANI) July 11, 2019
स्पीकर ने आगे कहा, सही प्रारूप में 8 विधायकों का इस्तीफा नहीं था, सिर्फ 4 विधायकों को ही इस्तीफा सही था. साथ ही मुझे ये देखने का भी अधिकार है कि बागी विधायकों ने इस्तीफा मनमर्जी से दी है या किसी के दबाव में.
K'taka Speaker:On Monday,scrutinized resignations based on rule202, K'taka Assembly Rules&Procedures. 8 letters weren't in prescribed format. In case of the rest, I'm obliged to look if resignations are voluntary&genuine. Won't speak about voluntary&genuine nature of resignations pic.twitter.com/uiz3yHfWxX
— ANI (@ANI) July 11, 2019
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने आगे कहा, 6 जुलाई को मैं दोपहर 1.30 बजे तक अपने कक्ष में था. बागी विधायक दोपहर 2 बजे वहां आए. वह पूर्व में कोई मिलने की कोई अनुमति नहीं ले रखी थी. इसलिए यह गलत है कि मैं भाग गया, क्योंकि वे आ रहे थे.
Karnataka Assembly Speaker KR Ramesh Kumar: On July 6, I was in my chamber till 1.30 pm. The MLAs came there at 2 pm, they didn't even take prior appointment. So, it's untrue that I ran away because they were coming. https://t.co/sHT17t0WyV
— ANI (@ANI) July 11, 2019
कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष केआर रमेश कुमार ने कहा, जब मेरे ऊपर आरोप लगा कि मैं बागी विधायकों की सुनवाई में देरी कर रहा हूं तो मुझे दुख हुआ. राज्यपाल ने मुझे 6 जुलाई को सूचना दी थी. मैं तब तक पद पर था और बाद में मैं निजी काम के लिए चला गया. इससे पहले किसी भी विधायक ने यह जानकारी नहीं दी कि वे मुझसे मिलने आ रहे हैं.
Karnataka Assembly Speaker KR Ramesh Kumar: I felt hurt when I saw some news that I am delaying the process. Governor informed me on 6th. I was in office till then and later I left for personal work. Before that no MLAs informed that they were coming to meet me. pic.twitter.com/21bJGPe6It
— ANI (@ANI) July 11, 2019
बागी विधायकों से मुलाकात के बाद स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, मेरा काम किसी को बचाना नहीं है. कांग्रेस ने अपने विधायकों को व्हीप जारी किया है. धीमी सुनवाई के आरोपों से दुखी हूं.
विधानसभा अध्यक्ष शाम 7 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. स्पीकर से मिलने के लिए बागी विधायक पहुंच गए हैं. बताया जा रहा है कि जो विधायक स्पीकर से नहीं मिलेगा वह अयोग्य ठहरा दिया जाएगा.
बागी कांग्रेस-जेद (एस) के विधायक बेंगलुरु के विधानसौधा में स्पीकर के दफ्तर पहुंचे. इस दौरान वह अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपेंगे.
#WATCH Karnataka: Rebel Congress-JD(S) MLAs reach Speaker's office in Vidhana Soudha, Bengaluru. pic.twitter.com/K3U8k8BmAo
— ANI (@ANI) July 11, 2019
जेडीएस और कांग्रेस के बागी विधायक मुंबई से कर्नाटक पहुंच गए हैं. वह थोड़ी ही देर में कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर अपना इस्तीफा सौंपेंगे. इसे लेकर विधानसभा की निगरानी बढ़ा दी गई है.
कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर पुलिस कमिश्नर की सुरक्षा में अपने चैंबर पहुंच गए हैं. आज शाम 6 बजे उनको बागी विधायकों से मुलाकात करनी है.
कर्नाटक के सीएम एचडी कुमारस्वामी, कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार समेत कई दिग्गज नेताओं ने बेंगलुरु के विधान सौधा में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया. बागी विधायकों को सुप्रीम कोर्ट ने आज शाम 6 बजे कर्नाटक विधानसभा स्पीकर से मिलने और उनको इस्तीफा सौंपने के लिए कहा है.
Karnataka: CM HD Kumaraswamy, Congress leader DK Shivakumar and others inspect security arrangement at Vidhana Soudha in Bengaluru. The rebel MLAs have been directed by the Supreme Court to meet Karnataka assembly speaker at 6 pm today & resubmit their resignations. #Karnataka pic.twitter.com/Sm4Vqq5R00
— ANI (@ANI) July 11, 2019
स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने ये आदेश नहीं दिया है कि मुझे आज ही फैसला लेना है. मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि मुझसे मिलने के लिए इन विधायकों को सुप्रीम कोर्ट जाने की क्या जरूरत थी. मैं आज भी अपने दफ्तर में रहूंगा. जिसको आना है वो आये और मुझसे मिले.
बागी विधायकों के मसले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, कोर्ट ने आदेश दिया है तो स्वाभाविक रूप से इसका पालन किया जाएगा. कानून के अनुसार उन्हें कार्य करना होगा. नियम के अनुसार स्पीकर भी जाएंगे.
Mallikarjun Kharge,Congress on SC asking 10 rebel Karnataka MLAs to meet the Karnataka Assembly Speaker at 6pm today & submit their resignations if they so wish: The Court has ordered, naturally that will be followed. As per law they have to act. Speaker will also go as per rule. pic.twitter.com/BnWouJyvbE
— ANI (@ANI) July 11, 2019
कल बागी विधायकों और स्पीकर की अर्जी पर होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर की मांग पर अभी सुनवाई से इंकार किया, कहा- आप अर्जी दायर करें. कल बागी विधायकों के साथ ही कोर्ट स्पीकर की अर्जी पर भी सुनवाई करेगा.
स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को SC में दी चुनौती
सुबह सुप्रीम कोर्ट आदेश के बाद अब कर्नाटक विधानसभा स्पीकर ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया. स्पीकर ने SC के आदेश पर रोक की मांग की. SC ने स्पीकर को आज ही विधायकों के इस्तीफे पर फैसला लेने को कहा था. स्पीकर ने अर्जी में कहा-सुप्रीम कोर्ट इस तरह के निर्देश नहीं दे सकता.
कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार ने पत्रकारों से कहा, चूंकि मुंबई में होटल पीपीएल ने मुझे एक साथ घंटों खड़ा रखने के बाद मेरे रूम का रिजर्वेशन कैंसिल कर दिया था, इसलिए मैंने अपने कानूनी सलाहकारों से इस बारे में राय मांगी है. मुझे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए कानूनी उपाय अपनाने होंगे.
#Karnataka Min&Congress leader DK Shivakumar at Kumara Krupa Guest House in Bengaluru: Since the hotel ppl in Mumbai y'day rejected my reservation after making me stand for hrs together,I've asked my legal ppl to look into it. I'll have to take a legal remedy to protect my rights pic.twitter.com/dDXxpWQKbH
— ANI (@ANI) July 11, 2019
विपक्षी दल के आरोपों पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, कांग्रेस पार्टी अपने राजनीतिक दिवालियापन की ओर जा रही है. पार्टी संभल नही रही, इसलिय लोग छोड़कर जा रहे हैं. इन सब मामलों का बीजेपी से कोई लेना-देना नहीं है. कांग्रेस में 40 दिनों से कोई अध्यक्ष नहीं है, कोई संवाद नहीं है, इसलिए पार्टी बिखर रही है. उन्हें अपने गिरेबां में झांकना चाहिए. हम कांग्रेस की सोच की भर्त्सना करते हैं.
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के डीजीपी से कहा कि वो मुंबई होटल से स्पीकर तक पहुंचने के लिए विधायकों को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराएं.
सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक के दस बागी विधायकों को आज शाम 6 बजे स्पीकर के सामने पेश होने को कहा. कोर्ट ने स्पीकर से कहा कि विधायकों के इस्तीफे को लेकर आज ही फैसला लें.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा, राहुल गांधी ने सभी को इस्तीफा देने के लिए कहा है. अब सब इस्तीफा दे रहे हैं तो इसमें हम क्या करें. इससे हमारा क्या लेना-देना है.
केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, कर्नाटक के घटनाक्रम से बीजेपी का कोई लेना-देना नहीं है. कांग्रेस अपने ही बोझ से दबी है. पार्टी के नेताओं से खुद उनके विधायक नही संभल रहे. राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस में निराशा का माहौल है.
कर्नाटक और गोवा में कांग्रेस और जनता दल सेक्यूलर के टूटने के विरोध में संसद भवन परिसर में गुरुवार को विपक्षी दलों के नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया.
TMC, SP, NCP, RJD, CPI(M) protest in front of Gandhi statue in Parliament against BJP Government pic.twitter.com/AX4dnw0KQh
— ANI (@ANI) July 11, 2019
कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी सीएम पद छोड़ने को तैयार, कुमारस्वामी ने कांग्रेस से कहा- अगर वे बागी विधायकों को वापस ला सकते हैं तो वह कल विधानसभा में इस्तीफा दे देंगे. और कोई विकल्प उनके पास मौजूद नहीं है.
टीएमसी के सौगत राय ने भी कर्नाटक और गोवा के राजनीतिक हालात पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
राज्यसभा सांसदों के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने बैठक की. बैठक में गोवा और कर्नाटक के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन करने की रणनीति बनाई गई. बताया जा रहा है कि संसद परिसर में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी.
कांग्रेस के सांसद के सुरेश ने गोवा में हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाते हुए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है.
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