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जमशेद जे ईरानी का 85 वर्ष की उम्र में निधन, भारत के स्टीलमैन के नाम से थे मशहूर

देश के स्टीलमैन कहे जाने वाले जमशेद जे ईरानी का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है.

Updated on: 01 Nov 2022, 11:51 AM

highlights

  • जमशेद जे ईरानी का जन्म 2 जून 1936 को नागपुर में हुआ
  • चार दशक से ज्यादा टाटा स्टील से जुड़े रहे
  • 2011 में टाटा स्टील बोर्ड से सेवानिवृत्त हुए

New Delhi:

भारत के स्टील मैन (The Steel Man Of India) के नाम से मशहूर टाटा समूह की स्टील कंपनी टाटा स्टील के मैनेजिंग डायरेक्टर जमशेद जे ईरानी (Jamshed J Irani Passes Away) अब इस दुनिया में नहीं रहे. जमशेद ईरानी ने 85 की उम्र में 31 अक्टूबर की देर रात अंतिम सांस ली. टाटा स्टील की ओर से ही ये जानकारी साझा की गई है. टाटा स्टील की ओर से ट्वीट के जरिए जानकारी दी गई. आपको बता दें कि जमशेद जे ईरानी बीते 40 वर्षों से ज्यादा समय से टाटा स्टील से जुड़े हुए थे. 

टाटा स्टील ने किया ट्वीट
मिली जानकारी के मुताबिक, जमशेद जे ईरानी ने जमशेदपुर के टाटा मैन अस्पताल में ही अंतिम सांस ली. टाटा स्टील की ओर से किए गए ट्वीट में लिखा- पद्मभूषण जमशेद जे ईरानी के निधन को लेकर हम सभी शोक में हैं. टाटा स्टील का परिवार जमशेद जे ईरानी के परिवार के प्रति सांत्वना रखता है. 

2011 में टाटा स्टील बोर्ड से हुए थे रिटायर्ड
ईरानी अपने पीछे पत्नी के अलावा तीन बच्चे छोड़ गए हैं. जिनके नाम जुबिन, निलोफर और तनाज हैं. ईरानी ने 43 वर्षों तक टाटा स्टील में अपनी सेवाएं दीं. वर्ष 2011 में वे टाटा स्टील बोर्ड से रिटायर्ड हुए थे.  

जमशेद जे ईरानी का जीवन परिचय
द स्टीलमैन ऑफ इंडिया के नाम से मशहूर जमशेद जे ईरानी का जन्म 2 जून 1936 को महाराष्ट्र के नागपुर में जिजी ईरानी और खोरशेद ईरानी के घर हुआ था. 
स्कूली शिक्षा के बाद जमशेद ने 1956 में साइंस कॉलेज नागपुर से ही बीएससी की. इसके बाद 1958 में इसी कॉलेज से ईरानी ने जीयोलॉजी में एमएससी की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद जमशेद ने उच्च शिक्षा के लिए यूनाइटेड किंगडम के शेफील्ड यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया. 1963 में ईरानी ने अपनी पीएचडी की डिग्री भी हासिल कर ली. इसके बाद वे यूके में ही ब्रिटिश आयरन एंड स्टील रिसर्च एसोसिएशन कंपनी में काम करने लगे. हालांकि कुछ वर्षों में उन्हें अपने देश की याद सताने लगी और 1968 में वे स्वदेश लौट आए. टाटा समूह के साथ बतौर अनुसंधान और विकास के प्रभारी के तौर पर जुड़ गए.