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CAA के विरोध में प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति से मिलीं सोनिया गांधी, बोलीं जनता की आवाज दबा रही मोदी सरकार

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनीवर्सिटी में हुई हिंसा मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंची हैं.

Updated on: 17 Dec 2019, 06:35 PM

नई दिल्ली:

जामिया मिलिया इस्लामिया यूनीवर्सिटी और नागरिकता संशोधन में हुई हिंसा मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने पहुंची हैं. उनके साथ 12 दलों के नेता शामिल रहे. सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ ज्ञापन सौंपा. सोनिया गांधी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार जनता की आवाज दबा रही है. उत्तर पूर्व और असम में भारी तनाव के हालात पैदा हो गए हैं.

रामगोपाल यादव ने कहा कि संसद में जो हमने चिंता जाहिर की थी वह सच साबित हुई है. उन्होंने कहा कि नागरिकता कानून बनने से देश में गंभीर हालात पैदा हुए है. राष्ट्रपति सरकार से कानून वापस लेने को कहें. टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि इस कानून के लागू होने के बाद देश की स्थिति बेहद तनावपूर्ण रही है. इस मौके पर सोनिया गांधी के साथ आरजेडी से मनोज झा, डी राजा गुलाम नवी आजाद आदि मौजूद रहे.

दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि बाहर से आए अल्पसंख्यक शरणार्थियों को हमारी सरकार नागरिता जरूर देगी. दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने कहा कि आपको जो रानजीतिक विरोध करना है वो करो, भारतीय जनता पार्टी की मोदी सरकार अडिग है. शरणार्थियों को नागरिकता मिलेगी. वे भारत के नागरिक बनेंगे और सम्मान के साथ दुनिया में रहेंगे.