logo-image

असम में 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद, जानें क्यों लिया गया यह फैसला

नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के पास होने के बाद से ही असम में तनावपूर्ण स्थिति है. लोग इस विधेयक को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

Updated on: 14 Dec 2019, 08:36 PM

नई दिल्ली:

नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) के पास होने के बाद से ही असम में तनावपूर्ण स्थिति है. लोग इस विधेयक को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. राज्य में सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने और शांति व्यवस्था कायम करने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने का ऐलान किया गया है. 16 दिसंबर तक यानी 48 घंटे तक असम में इंटरनेट सेवा बंद रहेगी.

असम, मेघालय, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल और दिल्‍ली समेत देश के कई हिस्‍सों में प्रदर्शन के बाद अब मुंबई में भी इस कानून का विरोध हो रहा है. दिल्ली के जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी में भी विरोध प्रदर्शन हुआ. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह एवं राजनीतिक विभाग) संजय कृष्ण ने बताया है कि असम के 10 जिलों में सोमवार को इंटरनेट सेवा बंद रहेगी. असम के लखीमपुर, तिनसुकिया, धेमाजी, डिब्रूगढ़, चराइदेव, शिवसागर, जोरहाट, गोलाघाट, कामरूप (मेट्रो) और कामरूप में इंटरनेट सेवा बंद रहेगी.

'फेसबुक, वॉट्सऐप, ट्विटर और यू-ट्यूब आदि जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल अफवाहों को फैलाने और तस्वीरों, वीडियो आदि को प्रसारित करने के लिए किया जा सकता है. अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है. यह कहना है संजय कृष्ण का.

इसे भी पढ़ें:प्रदर्शनकारी छात्रों ने JNU कैंपस में वाइस चांसलर पर हमला, कार के शीशे तोड़े

शनिवार को दिल्ली के असम भवन के पास भी लोग इक्ट्ठा होकर नागरिक संशोधन विधयेक (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

गुवाहाटी में खानापार स्थित कॉलेज ऑफ वेटरनीर साइंस के छात्रों ने भी इस विधेयक को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके साथ ही वो भूख हड़ताल पर बैठे हुए हैं.