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भारत के 10 सबसे बड़े घोटाले, जिनमें देश को हुआ लाखों करोड़ का नुकसान

Biggest Scams of India: स्कैमों का प्रसार इंटरनेट और डिजिटल माध्यमों के विकास के साथ बढ़ गया है.

Updated on: 02 Mar 2024, 03:12 PM

नई दिल्ली:

Biggest Scams of India: भारत में घोटाले और स्कैम एक सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक समस्या हैं. ये अनैतिक और अवैध कार्य हैं जो समाज के विकास और प्रगति को बाधित करते हैं. घोटालों और स्कैमों के कई प्रकार होते हैं, जिनमें धन स्वार्थ, अधिकार, और शक्ति का शोषण शामिल होता है. कुछ प्रमुख घोटालों में कोलगेट, 2G स्पेक्ट्रम, CWG, आदि शामिल हैं, जो देश में बड़े आंदोलनों का कारण बने हैं. इन घोटालों के कारण लाखों करोड़ रुपये की लूट हुई और समाज में विश्वास की भावना कम हो गई. स्कैमों का प्रसार इंटरनेट और डिजिटल माध्यमों के विकास के साथ बढ़ गया है. ऑनलाइन धोखाधड़ी, फर्जी कॉल, इमेल फिशिंग, और विभिन्न धोखाधड़ी योजनाओं का प्रसार हुआ है. सरकार और समाज को इन घोटालों और स्कैमों से बचने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए. सजा का डर और सजा के तत्वों को समेतने से इन अपराधों को कम किया जा सकता है. लोगों को भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना और ईमानदारी को प्रोत्साहित करना भी महत्वपूर्ण है.

ये हैं भारत के 10 सबसे बड़े घोटाले

2जी स्पेक्ट्रम घोटाला

यह घोटाला 2008 में हुआ था जब तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए राजा ने 2जी स्पेक्ट्रम लाइसेंस को बहुत कम कीमतों पर बेचा था. घोटाले का अनुमान है कि भारत को 1.76 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

कोयला घोटाला

यह घोटाला 2012 में हुआ था जब तत्कालीन कोयला मंत्री एस. जयपाल रेड्डी ने कथित तौर पर निजी कंपनियों को अनुचित लाभ पहुंचाते हुए कोयला ब्लॉक आवंटित किए थे. घोटाले का अनुमान है कि भारत को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

राष्ट्रमंडल खेल घोटाला

यह घोटाला 2010 में हुआ था जब दिल्ली में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे थे. घोटाले का अनुमान है कि भारत को 70,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

बोफोर्स घोटाला

यह घोटाला 1980 के दशक में हुआ था जब भारत सरकार ने स्वीडिश कंपनी बोफोर्स से 155 मिमी की होवित्जर तोपों की खरीद के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. घोटाले का आरोप है कि राजीव गांधी सरकार के कुछ मंत्रियों और अधिकारियों ने तोपों की खरीद में घोटाला किया था.

चारा घोटाला

यह घोटाला 1990 के दशक में हुआ था जब बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव पर चारा खरीद में घोटाला करने का आरोप लगा था. घोटाले का अनुमान है कि बिहार सरकार को 950 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

सत्यम घोटाला

यह घोटाला 2009 में हुआ था जब सत्यम कंप्यूटर्स के संस्थापक-अध्यक्ष रामलिंग राजू ने स्वीकार किया कि उन्होंने कंपनी की बैलेंस शीट में 7,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. घोटाले का अनुमान है कि सत्यम कंप्यूटर्स के शेयरधारकों को 14,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

केतन पारेख घोटाला

यह घोटाला 2001 में हुआ था जब स्टॉकब्रोकर केतन पारेख ने शेयर बाजार में हेरफेर करके करोड़ों रुपये कमाए थे. घोटाले का अनुमान है कि निवेशकों को 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

हर्षद मेहता घोटाला

यह घोटाला 1992 में हुआ था जब स्टॉकब्रोकर हर्षद मेहता ने बैंकिंग सिस्टम से पैसे का गबन करके शेयर बाजार में हेरफेर किया था. घोटाले का अनुमान है कि बैंकों को 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.

एयरबस घोटाला

यह घोटाला 2007 में हुआ था जब भारतीय एयरलाइंस ने एयरबस से 109 विमानों की खरीद के लिए एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे. घोटाले का आरोप है कि भारतीय एयरलाइंस के कुछ अधिकारियों ने विमानों की खरीद में घोटाला किया था.

तलाक घोटाला

तलाक घोटाला 2013 में सामने आया था, जिसमें तलाक नामक एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मुस्लिम पुरुषों को कथित तौर पर अपनी पत्नियों को "तीन तलाक" बोलकर तलाक देने के लिए प्रोत्साहित किया गया था.