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कंगाली छिपाने के लिए कश्मीर में आतंक को बढ़ा रहा पाकिस्तान, बोले IAF Chief

दिल्ली में बुधवार को एयरचीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान शायद ही अपनी कश्मीर को लेकर रणनीति से बाज आए. वह आतंकवाद को प्रायोजित करता रहेगा. वहीं चीन भारत के रणनीतिक लक्ष्यों के लिए एक अहम और दीर्घकालिक चुनौती बना हुआ है.

Updated on: 08 Dec 2021, 02:51 PM

highlights

  • PLAAF और PAF दोनों ने साजो-सामान और इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ सैन्य क्षमता में इजाफा किया
  • हमारी सीमाएं अस्थिर पड़ोसियों से प्रभावित हैं, जो भविष्य में फ्लैशपॉइंट बन सकती है
  • IAF Chief ने पाकिस्तान के साथ ही चीन भी भारत के लिए बड़ी चुनौती बताया

New Delhi:

वायुसेना अध्यक्ष ( IAF Chief ) वीआर चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान अपनी कंगाली को छिपाने के लिए कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने की हरकतों से बाज नहीं आएगा. एयरचीफ मार्शल ने कहा कि पाकिस्तानी और चीनी सेना ने युद्ध को लेकर नया तरीका अपना लिया है और खुद को नई तकनीक और लड़ाकू विमानों के साथ ही सैन्य क्षमताओं से लैस कर लिया है. उन्होंने कहा कि आने वाले कई सालों तक ये दोनों देश अपनी रणनीति यही रखने वाले हैं. एयरचीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने चीन और पाकिस्तान की हरकतों को लेकर बताया कि कैसे भारत को हर वक्त किसी अचानक हमले के लिए तैयार रहना चाहिए. साथ ही अपनी रणनीति को भविष्य को ध्यान में रखते हुए बदलना चाहिए.

दिल्ली में बुधवार को एयरचीफ मार्शल विवेक राम चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान शायद ही अपनी कश्मीर को लेकर रणनीति से बाज आए. वह आतंकवाद को प्रायोजित करता रहेगा. वहीं चीन भारत के रणनीतिक लक्ष्यों के लिए एक अहम और दीर्घकालिक चुनौती बना हुआ है.  विवेक राम चौधरी ने  कहा कि चीन का उभार चिंता का केन्द्र है. चीन एशिया में सबसे ताकतवर और अमेरिका के मुकाबले खड़ा करना चाहता है. यह पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है और निश्चित तौर पर भारत को सोच समझकर कदम उठाने की जरूरत है.उन्होंने बताया कि भारत को भविष्य में सभी मोर्चों पर जैसे आर्थिक पाबंदियों, राजनयिक अलगाव और सैन्य गतिरोध से लेकर इनफॉर्मेशन ब्लैकआउट तक किसी भी रूप में हमला झेलना पड़ सकता है. इन सबों मोर्चों पर भारत को अब  पूरी तरह से तैयार होने की जरूरत होगी. 

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PLAAF और PAF दोनों मौके की ताक में

एयरचीफ मार्शल ने कहा कि भारत को अपनी रणनीतिक प्राथमिकताओं के साथ ही अपनी कार्रवाइयों पर भी फिर से विचार करना चाहिए, ताकि हम पीछे न रहें. हमारी सीमाएं अस्थिर पड़ोसियों से प्रभावित हैं, जो भविष्य में फ्लैशपॉइंट (चरम) बन सकती है. पड़ोसी देश पाकिस्तान और चीन लगातार भारत के खिलाफ नई-नई साजिशें रचता रहता है.  इसकी वजह से भविष्य में गतिरोध पैदा हो सकता है. भारत के सामरिक लक्ष्य के लिए वह बड़ा और लंबे समय के लिए एक चुनौती है. उन्होंने कहा कि PLAAF और PAF दोनों ने ही साजो-सामान और इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ अपनी सैन्य क्षमता में इजाफा किया है. ऐसे में भारतीय वायुसेना को तेजी के साथ आधुनिकीकरण करने और स्वदेशी उत्पादन क्षमता को बेहतर करना होगा.