logo-image

Health Safety and Environment फील्ड में ऐसे बनाएं करियर, जानें योग्यता-कोर्स से लेकर सबकुछ

Health Safety and Environment : अगर आपको हेल्थ सेफ्टी एंड एनवायरनमेंट के फील्ड में नौकरी के ढेर सारे अवसर हैं. इसके बाद आपको सरकारी और गैरसरकारी संस्थाओं में रोजगार मिल सकते हैं.

Updated on: 07 Jun 2023, 10:51 PM

नई दिल्ली:

Health Safety and Environment : देश के युवा अब ऐसा कोर्स ज्यादा पसंद कर रहे हैं, जिसमें नौकरी आसानी से मिल जाए. कई स्कूल-कॉलेजों में जॉब आरिएंटेड कोर्सेस कराए जाते हैं, लेकिन आज हम आपको हेल्थ सेफ्टी एंड एनवायरनमेंट कोर्स में बताएंगे, जिसमें वर्तमान समय में रोजगार के अधिक अवसर हैं. इस कोर्स करने के लिए आपकी क्या योग्यता होनी चाहिए और आपको किस क्षेत्र में नौकरी मिलेगी. आइये कोर्स से जुड़ी सारी जानकारी के बारे में जानते हैं...

प्राकृतिक आपदाओं और आगजनी जैसी घटनाओं में तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे इस क्षेत्र में नौकरियों के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं. इस क्षेत्र में फायरमैन, सब ऑफिसर, असिस्टेंट डिवीजनल ऑफिसर, डिवीजनल ऑफिसर जैसे कई पद हैं. सबके लिए अलग-अलग कोर्स होते हैं. अगर कोई युवा 18 महीने का कोर्स ट्रेड डिप्लोमा इन हेल्थ सेफ्टी एंड एन्वायरनमेंट करना चाहता है तो उनके पास 12वीं या इसके समकक्ष का प्रमाणपत्र होना चाहिए. केमिस्ट्री के साथ फिजिक्स या गणित विषय में 50 फीसदी अंक होने चाहिए. साथ ही इस कोर्स में एडमिशन के लिए ऑल इंडिया एंट्रेंस एग्जाम भी होता है. 

ये होनी चाहिए शारीरिक इलिजेबिलिटी

इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए अभ्यर्थियों की आयु 19 साल से लेकर 23 साल होनी चाहिए. पुरुषों की न्यूनतम लंबाई 165 सेंटीमीटर, वजन 50 किग्रा होनी चाहिए, जबकि महिलाएं की न्यूनतम लंबाई 157 सेंटीमीटर और वजन 46 किलोग्राम हो. दोनों के लिए आई विजन 6/6 होना अनिवार्य है.

ये कोर्स करें

इस क्षेत्र में अच्छे प्राप्त करने के लिए अभ्यर्थी डिप्लोमा इन हेल्थ सेफ्टी एंड एन्वायरनमेंट, डिप्लोमा इन फायर फाइटिंग, बीएससी इन फायर इंजीनियरिंग, फायर टेक्नालॉजी एंड इंडस्ट्रीयल सेफ्टी मैनेजमेंट, पीजी डिप्लोमा इन फायर एंड सेफ्टी इंजीनियरिंग, रेस्कयू एंड फायर फाइटिंग, इंडस्ट्रीयल सेफ्टी सुपरवाइजर जैसे कोर्स कर सकते हैं. इस कोर्स की समय सीमा 6 महीने से 3 साल तक है. इस कोर्स में प्रशिक्षण के दौरान आग पर काबू पाने, खतरों से बचाव और उपकरणों का प्रयोग कैसे करें, इस बारे में सिखाए जाते हैं. ये सारे कोर्स दिल्ली कॉलेज ऑफ फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग, नई दिल्ली, इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी, मैदान गढ़ी, नई दिल्ली और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फायर, डिजास्टर एंड एन्वायरमेंट मैनेजेंट, नागपुर में कराए जाते हैं. 

यहां मिलेगी नौकरी

इस फील्ड को लेकर दिल्ली कॉलेज ऑफ फायर सेफ्टी इंजीनियरिंग के डायरेक्टर जिले सिंह लाकड़ा ने कहा कि इसमें नौकरी के काफी अवसर हैं. महानगरों में पहले सिर्फ फायर स्टेशन होते थे, लेकिन अब हर जिलों में आज फायर स्टेशन हैं. साथ ही औद्योगिक क्षेत्र भी लगातार बढ़ रहे हैं. ऐसे में सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं में हेल्थ सेफ्टी एंड एनवायरनमेंट इंजीनियर्स पदों पर भर्तियां होती हैं.