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दुष्कर्म और मौत के घाट उतारने से लेकर इंसाफ की लड़ाई तक देखें निर्भया केस से जुड़े प्रमुख चेहरे

पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है. मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी.

Updated on: 07 Jan 2020, 11:54 PM

नई दिल्ली:

पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है. मुकेश, विनय शर्मा, अक्षय सिंह और पवन गुप्ता को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी. तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने बताया कि निर्भया के दोषियों को जेल नंबर 3 में फांसी दी जाएगी. अभी 3 दोषी जेल नंबर 2 में हैं और एक को जेल नंबर 4 में रखा गया है. निर्भया को 7 साल बाद इंसाफ मिला है. कोर्ट के फैसले पर निर्भया के माता-पिता ने खुशी व्यक्त की है. 7 सालों की लंबी लड़ाई लड़ने में इनलोगों का रहा खास योगदान.

निर्भया की मां आशा देवी ने बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी. उन्होंने लंबी लड़ाई लड़कर बेटी को इंसाफ दिलाया. कोर्ट के फैसले पर उन्होंने कहा कि हमारे लिए आज का दिन बहुत बड़ा है.

निर्भया के पिता बद्रीनाथ सिंह ने भी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए काफी प्रयास किया. उन्होंने कहा कि कोर्ट के फैसले से लोगों के मन में डर पैदा होगा.

निर्भया के वकील जितेंद्र कुमार झा ने उनको इंसाफ दिलाने के लिए काफी मेहनत की. मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि डेथ वारंट जारी हो जाए इसके लिए हम 1 साल से काफी जोर लगा रहे है. फास्ट ट्रैक कोर्ट होने के बावजूद भी बार-बार कोर्ट के टाइम दिए जाने से ये मामला खिंचता रहा.

चारों दोषियों में शामिल पवन गुप्ता भी था. जिसने निर्भया के साथ दरिंदगी की थी.


मुकेश सिंह ने भी निर्भया के साथ जघन्य अपराध किया था.


विनय शर्मा ने निर्भया के साथ ऐसा कृत्य कर मानवता को शर्मसार किया था.


अक्षय ठाकुर भी इस दरिंदगी कृत्य में शामिल था.

चारों दोषियों को फांसी देने के लिए पवन जल्लाद को मेरठ से बुलाया जाएगा. पवन चारों को मौत देने के लिए तैयार है.

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट के सेशन जज सतीश अरोड़ा ने सभी चार दोषियों को फांसी की सजा सुनाई. दोषियों को 22 जनवरी की सुबह सात बजे फांसी दी जाएगी.



दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए काफी जद्दोजहद की. उन्होंने रेपिस्टों को फांसी दिलाने के लिए भूख हड़ताल भी की थी.

पटियाला हाउस कोर्ट में जज सतीश अरोड़ा ने चारों दोषियों को डेथ वारंट जारी किया.

चारों दोषी तिहाड़ जेल में कैद हैं. यहीं उन्हें 22 जनवरी को फांसी की सजा दी जाएगी.