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Cyclone Hamoon: खतरनाक हुआ चक्रवाती तूफान हामून, IMD ने इन राज्यों के लिए जारी किया अलर्ट

Cyclone Hamoon: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव का क्षेत्र हामून चक्रवात में तब्दील हो गया. इसी के साथ मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने इस तूफान के चलते ओडिशा समेत कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है.

Updated on: 24 Oct 2023, 08:37 AM

highlights

  • बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरे दबाव का क्षेत्र
  • हामून चक्रवात में बदला गहरे दबाव का क्षेत्र
  • मौसम विभाग ने जारी किया इन राज्यों के लिए अलर्ट

New Delhi:

Cyclone Hamoon: बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव का क्षेत्र सोमवार को चक्रवात में बदल गया. जिसके चलते भारत पर एक बार फिर से चक्रवाती तूफान का खतरा मंडराने लगा है. इस चक्रवात को हामून नाम दिया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना गहरा दबाव का क्षेत्र उत्तर की ओर 14 किमी प्रति घंटे की तफ्तार के आगे बढ़ने के बाद चक्रवाती तूफान में बदल गया. हालांकि, भारतीय तट पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा. आईएमडी के मुताबिक, सोमवार शाम 5.30 बजे, कम दबाव की यह प्रणाली ओडिशा के पारादीप तट से लगभग 230 किमी दूर, पश्चिम बंगाल के दीघा से 360 किमी दक्षिण में और बांग्लादेश में खेपुपारा से 510 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित थी. इसके अगले 12 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है.

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बुधवार को बांग्लादेश तक को पार कर सकता है हामून

मौसम विभाग के मुताबिक, इस प्रणाली के गहरे दबाव के रूप में उभरा चक्रवात हामून 25 अक्टूबर की दोपहर 12 बजे खेपुपारा और चटगांव के बीच बांग्लादेश के तट को पार कर सकता है. जिसके चलते ओडिशा सरकार ने सभी जिलों के जिलाधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही उसने भारी बारिश होने पर प्रशासन से निचले इलाकों से लोगों को तुरंत निकालने का निर्देश दिया गया है. मौसम वैज्ञानिक यू एस दास के मुताबिक, यह प्रणाली ओडिशा तट से करीब 200 किमी दूर समुद्र में बढ़ेगी. इसके प्रभाव से सोमवार को तटीय ओडिशा में कुछ स्थानों पर और अगले दो दिनों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.

आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के ऊपर हवा की गति धीरे-धीरे बढ़कर मंगलवार को 80-90 किमी प्रति घंटे से बढ़कर 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का अनुमान है. महापात्र का कहना है कि संभावित चक्रवात का ओडिशा पर कोई सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा कि कुछ दुर्गा पूजा पंडालों को नुकसान होने की संभावना है. मौसम कार्यालय के मुताबिक चक्रवाती हवाओं की वजह से पिछले 24 घंटों में ओडिशा में लगभग 15 मिमी बारिश हुई है वहीं मंगलवार को भी ये तटीय इलाकों में जारी रहेगी. मौसम कार्यालय का कहना है कि मंगलवार सुबह 8.30 बजे तक भद्रक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर में एक या दो स्थानों पर भारी भारी होने की संभावना है.

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मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की दी गई सलाह

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इस बीच बुधवार तक मछुआरों को पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में और ओडिशा तट के अलावा उत्तरी बंगाल की खाड़ी के पास न जाने की सलाह दी है. इस बीच, पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर, कोलकाता और दक्षिण 24 परगना जिलों के कुछ इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने, आंधी और मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई है.