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साइबर हमलावरों ने जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर हैंडल हैक किया

साइबर हमलावरों ने गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय के ट्विटर हैंडल को हैक कर लिया. पिछले सप्ताह एम्स दिल्ली का सर्वर हैक होने के बाद किसी सरकारी साइट पर यह दूसरा बड़ा साइबर हमला है. अधिकारियों ने कहा कि मंत्रालय के खाते की हैकिंग की संबंधित एजेंसियों द्वारा प्रारंभिक जांच शुरू की गई. खाते को शीघ्र ही बहाल कर दिया गया और हैक किए गए खाते से संदिग्ध ट्वीट हटा दिए गए.

Updated on: 01 Dec 2022, 09:03 PM

नई दिल्ली:

साइबर हमलावरों ने गुरुवार को जल शक्ति मंत्रालय के ट्विटर हैंडल को हैक कर लिया. पिछले सप्ताह एम्स दिल्ली का सर्वर हैक होने के बाद किसी सरकारी साइट पर यह दूसरा बड़ा साइबर हमला है. अधिकारियों ने कहा कि मंत्रालय के खाते की हैकिंग की संबंधित एजेंसियों द्वारा प्रारंभिक जांच शुरू की गई. खाते को शीघ्र ही बहाल कर दिया गया और हैक किए गए खाते से संदिग्ध ट्वीट हटा दिए गए.

सूत्रों ने कहा कि हैकिंग मंगलवार सुबह हुई जब पेज पर संदिग्ध गतिविधि देखी गई. मामला तब सामने आया जब आज सुबह जल शक्ति मंत्रालय के खाते से पहली बार क्रिप्टो वॉलेट सुई वॉलेट को बढ़ावा देने वाला एक ट्वीट पोस्ट किया गया. इसके अलावा, सुई का लोगो के साथ खाते की प्रोफाइल तस्वीर भी बदल दी गई थी.

हैकिंग के बाद, मंत्रालय के हैंडल से किए गए ट्वीट में कई अज्ञात खातों को भी टैग किया गया था और बाद के ट्वीट्स में भी यही पैटर्न था. ट्विटर अकाउंट हैक होने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले इसी साल फरवरी में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया था और इसमें क्रिप्टो दान पर ट्वीट्स किए गए.

इससे पहले इसी साल जनवरी में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के ट्विटर अकाउंट को कुछ समय के लिए हैक किया गया था और हैकर्स ने अकाउंट का नाम बदल दिया था. इस बीच, 23 नवंबर को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), दिल्ली के सर्वरों को खराब करने वाले रैंसमवेयर हमले को पूरी तरह से हल किया जाना अभी बाकी है. कई एजेंसियां देश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान पर साइबर हमले की जांच कर रही हैं.

एम्स दिल्ली में साइबर हमले के परिणामस्वरूप डेटा लीक हुआ और लैब सेवाओं, बिलिंग, रिपोर्ट जनरेशन, अपॉइंटमेंट शेड्यूलिंग और अन्य सहित अस्पताल की डिजिटल सेवाओं को प्रभावित किया.

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.