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आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक की ED कस्टडी 7 दिन बढ़ाई गई, 5000 करोड़ रु. के बैंक फ्रॉड में शामिल

दिल्ली की कोर्ट ने आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक की कस्टडी को सात दिन के लिये बढ़ा दिया है। 5000 करोड़ बैंक धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने अनूप गर्ग को गिरफ्तार किया था।

Updated on: 15 Jan 2018, 06:36 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली की कोर्ट ने आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक की कस्टडी को सात दिन के लिये बढ़ा दिया है। 5000 करोड़ बैंक धोखाधड़ी के मामले में ईडी ने अनूप गर्ग को गिरफ्तार किया था।

ईडी ने गर्ग की 12 दिन की कस्टडी मांग की थी, लेकिन एडिशनल सेशन जज सिद्धार्थ शर्मा ने सिर्फ सात दिन की ही कस्टडी दी है। गर्ग को 12 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था।

ईडी के वकील ने कोर्ट से कहा कि आगे की जानकारी और पूछताछ के लिये कस्टडी को बढ़ाया जाए। इस मामले में गर्ग दूसरे शख्स हैं जिसकी गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले कोलकाता से गगन धवन की गिरफ्तारी की गई थी।

गर्ग को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग ऐक्ट (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है। अब उसे विशेष अदालत के सामने पेश किये जाने की तैयारी चल रही है।

ED ने 5000 करोड़ रु. के लोन फ्रॉड मामले आंध्रा बैंक के पूर्व निदेशक को किया गिरफ्तार

इस मामले में सीबीआई और ईडी ने गर्ग को आरोपी बनाया था। ईडी ने मनी लॉन्डरिंग मामले में सीबीआई की एपआईआर को संज्ञान में लेते हुए मामला दर्ज किया था।

एजेंसी का कहना है कि जांच के दौरान आयककर विभाग को 2011 में डायरी में कुछ जानकारियां मिली थीं। जिसमें 1.52 करोड़ रुपये के कैश पेमेंट का जिक्र था। जिसमें संदेसरा ब्रदर्स की तरफ से 2008-09 में 'मि. गर्ग, निदेशक, आंध्रा बैंक' को दिया गया था।

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डायरी से जानकारी मिली है कि संदेसरा ब्रदर्स के निर्देश पर कई बेनामी कंपनियों के बैंक खाते से पैसे निकाल कर गर्ग को कई बार पैसे दिये गए।

ईडी ने कहा है कि संदेसरा ब्रदर्स से मिली रकम को कोलकाता स्थित कई फर्जी कंपनियों में कैश और चेक के माध्यम से ठिकाने लगाया गया।

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