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कोरोना से जंग में टाटा ने दिए 500 करोड़ रुपये, डॉक्टरों और मरीजों को मुफ्त खाना भी

कोरोना के खिलाफ देश में लॉकडाउन है. अब इस जंग से लड़ने के लिए देश के तमाम बड़े-बड़े उद्योगपति सामने आ रहे हैं. टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने कहा है कि इसके लिए इमरजेंसी रिसोर्स की जल्द से जल्द आपूर्ति होनी चाहिए. इससे पहले मेदांता ग्रुप के अनिल अ

Updated on: 28 Mar 2020, 05:56 PM

नई दिल्ली:

कोरोना के खिलाफ देश में लॉकडाउन है. अब इस जंग से लड़ने के लिए देश के तमाम बड़े-बड़े उद्योगपति सामने आ रहे हैं. टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा ने कहा है कि इसके लिए इमरजेंसी रिसोर्स की जल्द से जल्द आपूर्ति होनी चाहिए. इससे पहले मेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल ने 100 करोड़ का ऐलान किया था. महिंद्रा ग्रुप के आनंद महिन्द्रा ने कहा कि वह एक महीने की पूरी सैलरी अपने कर्मचारियों को देंगे.

कोरोना को कंट्रोल करने के लिए देश के सभी अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स और अन्य मेडिकल कर्मी दिनरात काम कर रहे हैं. वे अपने जीवन और परिवार की परवाह छोड़कर इस मुहिम में जुटे हैं. इन्फेक्शन का खतरा इस तरह है कि वह अपने घर भी नहीं जा रहे हैं. ऐसे में उन्हें दो वक्त का खाना भी ठीक से नसीब नहीं हो रहाहै. इस हालात में टाटा ग्रुप के ताज होटल नें मुंबई में मेडिकल कर्मियों के लिए खाने की व्यवस्था की है. टाटा ट्रस्ट ने 500 करोड़ रुपये की पेशकश भी की है.

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मुंबई हानगर पालिका ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. बीएमसी ने अपने ट्वीट में कहा कि हमने ताज कैटरर्स के साथ कोलैबोरेशन किया है. ताज होटल की तरफ से अस्पतालों में भज्ञती मरीजों, डॉक्टरों और अन्य मेडिकल कर्मियों के खाने का प्रबंध किया गया है.

ताज होटल की तरफ से जारी किए गए इस नेक काम पर कई सेलिब्रिटी और बिजनेसमैन ने खुशई जताई है. टीम इंडिया के क्रिकेट कप्तान विराट कोहली, RPG ग्रुप के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने भी टाटा ग्रुप की तारीफ की है. गोयनका ने ट्वीट कर कहा टाटा ग्रुप संकट की घड़ी में हमेशा दूसरों से आगे ही खड़ा रहता है.

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टाटा ग्रुप ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि देशभर में अपने ऑफिस और मैन्युफैक्चरिंग साइट्स पर काम करने वाले अस्थाई कर्मचारियों और दिहाड़ी मजदूरों को पूरा वेतन देगा. टाटा ग्रु ने यह भी कहा है कि अगर इस स्थिति में कोई काम पर नहीं आता तो उसकी सैलरी नहीं काटी जाएगी.